अमरावती

… अन्यथा 9 अप्रैल से खोलेंगे सभी दुकाने

लॉकडाउन के खिलाफ व्यापारियों ने सरकार को दिया अल्टीमेटम

  • महाराष्ट्र चेंबर अध्यक्ष संतोष मंडलेचा ने दी सरकार को चेतावनी

अमरावती/दि.7 – राज्य सरकार द्वारा 30 अप्रैल तक लॉकडाउन लागू करने के संदर्भ में लिया गया फैसला कितना घातक और खतरनाक है, इस बात से 7 व 8 अप्रैल को राज्य के मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी सहित राज्य के मुख्य सचिव से मुलाकात करते हुए उन्हें अवगत कराया जायेगा. साथ ही उन्हें ब्रेक द चेन के फैसले में बदलाव करने का आग्रहपूर्ण निवेदन किया जायेगा. यदि इसके बाद भी सरकार द्वारा 8 अप्रैल की शाम 6 बजे तक व्यापार खोलने को लेकर कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया, तो 9 अप्रैल से राज्य के सभी व्यापारी अपनी दुकाने खोलेंगे और ऐसा करते हुए इस लॉकडाउन का विरोध करेंगे. इस आशय की जानकारी देते हुए महाराष्ट्र चेंबर के अध्यक्ष संतोष मंडलेचा ने कहा कि, यह फैसला सभी व्यापारी संगठनों की बैठक में आम सहमति से लिया गया है, तथा 9 अप्रैल को सभी दुकाने शुरू करने के साथ ही आंदोलन की अगली रूपरेखा भी तय की जायेगी.
बता दें कि, राज्य सरकार द्वारा लिये गये लॉकडाउन के फैसले का अमरावती शहर व जिले सहित समूचे राज्य के व्यापारियों द्वारा तीव्र विरोध किया जा रहा है. साथ ही जगह-जगह पर सरकार विरोधी प्रदर्शन भी हो रहे है. इस लॉकडाउन को व्यापारियों ने अपने उपर अन्यायकारक फैसला बताते हुए सरकार से इस लॉकडाउन में ढील दिये जाने की मांग की है और अलग-अलग व्यापारी संगठनों द्वारा लगातार जिलाधीश के मार्फत सरकार को ज्ञापन व निवेदन भेजे जा रहे है. इसके साथ ही गत रोज मंगलवार 6 अप्रैल को इस संदर्भ में चर्चा व विचार-विमर्श करने हेतु महानगर चेंबर के अध्यक्ष संतोष मंडलेचा की अध्यक्षता में राज्य के व्यापारियों की झूम ऍप के जरिये ऑनलाईन बैठक हुई. जिसमें संतोष मंडलेचा ने कहा कि, व्यापारियों को बिना विश्वास में लिये राज्य सरकार द्वारा लॉकडाउन का फैसला लिया गया है और ब्रेक द चेन के नाम से शुरू किया गया यह लॉकडाउन व्यापार के लिए बे्रकडाउन साबित होनेवाला है.
इस बैठक में महाराष्ट्र चेंबर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ललीत गांधी, ट्रस्टी आशिष पेडणेकर, विलास शिरोरे, शुभांगी तिरोडकर, अनिल लोढा, अमरावती चेंबर के अध्यक्ष विनोद कलंत्री, संजय शेटे, राजू राठी, कमलेश धूत, पोपटलाल ओस्तवाल, दीपेन अग्रवाल, राजेंद्र बांठिया, हर्षवर्धन संघवी, अश्विन मेहाडिया, रामजीवन परमार, जगन्नाथ काले, संतोष लोढा, योगेश सोनवने, मोहन गुरनानी, सुरेश चावला, विक्रम दोशी व दिलीप कुंभोजकर ने हिस्सा लेते हुए लॉकडाउन के संदर्भ में अपने विचार व्यक्त किये. इसके अलावा इस ऑनलाईन बैठक में कैट के उपाध्यक्ष मेहूल थोरात, सागर नागरे व सचिव विनी दत्ता सहित 300 से अधिक व्यापारियोें ने हिस्सा लिया. बैठक के अंत में वरिष्ठ उपाध्यक्ष ललीत गांधी ने बेहद अल्पसूचना पर सभी व्यापारी संगठनों के पदाधिकारियों के इस ऑनलाईन बैठक में शामिल होने पर आभार प्रदर्शित किया.

ब्रेक द ट्रेड है यह लॉकडाउन

इस झूम मिटींग में हिस्सा लेते हुए अमरावती चेंबर ऑफ कॉमर्स एन्ड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष विनोद कलंत्री ने कहा कि, ब्रेक द चेन के नाम पर शुरू किया गया यह लॉकडाउन ब्रेक द ट्रेड की स्थिति को पैदा करेगा. अब तक स्थानीय हालात को देखते हुए लॉकडाउन से संबंधित प्रतिबंधात्मक नियमों को लेकर जिलाधीश द्वारा फैसला लिया गया. किंतु इस बार राज्य सरकार ने जो लॉकडाउन लागू किया है, उसमें जिलाधीश को कोई संशोधन या फेरबदल करने का अधिकार ही नहीं दिया गया, जबकि अमरावती ने अभी हाल-फिलहाल 14 दिनों के लॉकडाउन का पालन किया है. अब तक व्यापारियों द्वारा लॉकडाउन संबंधी सभी नियमों का प्रशासन के साथ सहयोग करते हुए पूरी तरह से पालन भी किया है. इसके तहत सभी व्यापारियों ने कोविड जांच व कोविड टीकाकरण अभियान में बढचढकर हिस्सा लिया. लेकिन इसके बावजूद व्यापारियों पर नये सिरे से लॉकडाउन लादा जा रहा है. जिसका समर्थन नहीं किया जा सकता. ऐसे में सभी व्यापारियों ने पूरी तरह से एकजूट होकर इस लॉकडाउन का विरोध करना चाहिए और महाराष्ट्र चेंबर द्वारा इस संदर्भ में मुख्यमंत्री से बात की जानी चाहिए.

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