अन्यथा संभावित अनर्थ के लिए पालकमंत्री पाटिल रहेंगे जिम्मेदार
विधायक यशोमति ठाकुर दोबारा गरजी
अमरावती/दि.5 – जिला नियोजन समिति की बैठक दौरान निधि के बंटवारे में दुजाभाव होने का आरोप लगाने वाली कांग्रेस विधायक यशोमति ठाकुर ने एक बार फिर गरजते हुए कहा कि, हमारे निर्वाचन क्षेत्र में भी लोग रहते है. जिनके विकास और सुरक्षा के लिए किये जाने वाले कामों हेतु निधि मिलना अपेक्षित है. लेकिन हमें निधि ही उपलब्ध नहीं कराई जा रही. बार-बार प्रयास करने के बाद पालकमंत्री ने निधि देने की बात कबूल की है. ऐसे में अब हमें निधि मिलने की अपेक्षा है. हम रेवसा गांव में बाढ संरक्षक दीवार बनाने हेतु बार-बार निधि मांग रहे है. अगर निधि नहीं मिलती है और रेवसा गांव में कोई अनुचित घटना घटित होती है, तो उसके लिए पूरी तरह से जिला पालकमंत्री चंद्रकांत पाटिल जिम्मेदार रहेंगे.
इसके साथ ही विधायक यशोमति ठाकुर ने यह भी कहा कि, जब वे खुद जिला पालकमंत्री थी, तो अमरावती जिले के रास्तों हेतु 40 करोड रुपए की निधि उन्होंने उपलब्ध कराई थी. वहीं अब केवल 14 से 15 करोड रुपए मिल रहे है. साथ ही बार-बार मांग करने के बाद पहली बार पालकमंत्री चंद्रकांत पाटिल ने 38 करोड रुपए देने की बात कही है. यदि यह निधि मिलती है, तो निश्चित ही जनता के लिए कुछ अच्छे काम किये जा सकेंगे. इसके अलावा पूर्व पालकमंत्री व विधायक यशोमति ठाकुर ने यह भी कहा कि, जिला नियोजन समिति की बैठक कई माह बाद हुई है. जिसके प्रतिमाह होने की जरुरत है. इसके अलावा विधायक यशोमति ठाकुर का यह भी कहना रहा कि, अमरावती जिले और अपने निर्वाचन क्षेत्र के विकास हेतु वे किस तरह से सतत प्रयास करती है. इसके पूरे सबूत उनके पास है और उनके कार्यालय व घर में दस्तावेजों व फाइलों का ढेर लग गया है. लेकिन पालकमंत्री द्वारा उन्हें हर बार आश्वासनों की खैरात दी जाती है. साथ ही कल जब वे अपने मुद्दें उपस्थित कर रही थी, तो पालकमंत्री की पार्टी के लोगों ने ही बैठक में हंगामा करने का प्रयास किया. लेकिन हमें इस तरह की राजनीति में कोई रुची नहीं है, बल्कि हम आम जनता के विकास व सुरक्षा की फिक्र करते है. जिसके लिए हम आगे भी संघर्ष करते रहेंगे.