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…अन्यथा अमरावती में ही हुआ होता गोलीकांड

डायल 112 की तत्परता से टल गई थी घटना

* महज 4.48 मिनट के भीतर पहुंची थी सहायता
* इससे पहले भी कई बार लिया गया ‘क्विक रिस्पॉन्स टाइम’
अमरावती /दि.9- विगत गुरुवार की रात दर्यापुर में कुछ लोगों ने एक कार का पीछा करते हुए चलती कार पर गोलियां दागी थी. गोलीबारी की इस घटना में एक युवती गंभीर रुप से घायल हो गई थी. इस घटना को हकीकत में अमरावती में ही अंजाम दिया जाना था और यदि अमरावती शहर पुलिस की डायल 112 टीम ने तत्परता नहीं दिखाई होती, तो शायद यह घटना अमरावती शहर पुलिस के वलगांव पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत रेवसा फाटे पर ही घटित हुई होती. परंतु कुछ लोगों द्वारा अपना पीछा किए जाने का अंदेशा होते ही अमरावती से कार में सवार होकर अंजनगांव सुर्जी जाने हेतु निकले सोलंके परिवार द्वारा डायल 112 पर मदद की गुहार लगाये जाते ही महज 4 मिनट 48 सेकंड के भीतर सोलंके परिवार तक अमरावती शहर पुलिस आयुक्तालय के वलगांव पुलिस का पथक पहुंच गया था. जिसके चलते सोलंके परिवार का पीछा कर रहे आरोपियों को अमरावती में सोलंके परिवार पर गोली चलाने का मौका ही नहीं मिला और वे पुलिस के पथक को देखते हुए ‘दाहीने-बायें’ हो गए थे. अमरावती शहर पुलिस आयुक्तालय के डायल 112 टीम द्वारा महज 4.48 मिनट का अल्प समय लेकर कॉल करने वाले व्यक्ति को दिए गए ‘क्विक रिस्पॉन्स’ की ग्रामीण पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद ने भी सराहना की है. साथ ही इसे तत्पर सेवा का बेहतरीन उदाहरण बताया है.
बता दें कि, जिस समय डायल 112 की सेवा शुरु हुई थी. तब अमरावती शहर पुलिस का ‘रिस्पॉन्स टाइम’ 8.44 मिनट का हुआ करता था. जिसे कम करने हेतु तमाम आवश्यक उपाय किए गए और डायल 112 सेवा के अधिकारियों व कर्मचारियों को त्वरित सहायता उपलब्ध कराने हेतु सतर्क व मुस्तैद करने का काम किया गया. जिसके चलते आगे चलकर अमरावती शहर पुलिस की डायल 112 सेवा का ‘क्विक रिस्पॉन्स टाइम’ घटकर 5.46 मिनट हो गया. जिसके तहत आत्महत्या करने हेतु जा रहे एक युवक की जान पुलिस के पथक ने तुरंत मौके पर पहुंचकर बचाई थी. साथ ही एक छात्रा की किडनैपिंग के प्रयास को भी विफल किया गया था. वहीं अब डायल 112 की सेवा में अमरावती शहर में 4.48 मिनट के ‘क्विक रिस्पॉन्स टाइम’ का नया रिकॉर्ड बनाया है. जिसके तहत सहायता की गुहार लगाने वाले व्यक्ति की कॉल जारी रहने के दौरान ही उस तक संबंधित थाने के पुलिस पथक को पहुंचाया भी गया. जिसके बाद पुलिस पथक ने उस परिवार को अपने थाना क्षेत्र की सीमा तक सुरक्षित पहुंचाते हुए अगले थाना क्षेत्र की पुलिस के सुपुर्द किया. वलगांव पुलिस द्वारा खोलापुर थाना क्षेत्र में सुरक्षित पहुंचाने के बाद खोलापुर पुलिस के दल ने भी सोलंके परिवार को दर्यापुर थाना क्षेत्र की सीमा तक सुरक्षित पहुंचाया था और वहां से खोलापुर पुलिस का दल वापिस लौट आया था. परंतु वहां पर दर्यापुर पुलिस के दल को पहुंचने में थोडी देरी हो गई थी और इसी देरी का फायदा उठाते हुए हमलावरों ने सोलंके परिवार की कार का पीछा करने के साथ ही उनकी कार पर 2 राउंड फायर भी किए थे. जिससे सोलंके परिवार से वास्ता रखने वाली युवती गंभीर रुप से घायल हो गई थी. यदि अमरावती शहर पुलिस की डायल 112 सेवा द्वारा सोलंके परिवार की फोन कॉल आने के बाद तत्परता से काम नहीं किया गया होता, तो निश्चित तौर पर हमलावरों द्वारा सोलंके परिवार को अमरावती में ही गोलीबारी का निशाना बनाया गया होता. यह इस ेपूरी घटना को देखकर निश्चित तौर पर कहा जा सकता है.

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