अमरावती/दि.6- प्रहार जनशक्ति पक्ष के अध्यक्ष और विधायक बच्चू कडू ने
कहा कि राकांपा से तंग आकर भाजपा के पास गए थे. राकांपा नेता हमें काम करने नहीं दे रहे थे. हमारे काम में अडंगे लगा रहे थे. अब भाजपा ने राकांपा को नजदीक कर लिया है. जिससे भाजपा का साथ देना भूल हो जाने की भावना विधायकों में हो गई है. कडू ने सरकार में अजीत पवार राकांपा की एंट्री पर अपने अंदाज में नाखुशी व्यक्त की है. कडू ने कहा कि, जो अंत में आए उन्हें पहले भोजन मिल गया. जो पहले आए… कडू उन विधायकों में से हैं जिन्होंने एकनाथ शिंदे के शिवसेना से विद्रोह में सबसे पहले साथ दिया. वे गत 1 वर्ष से मंत्री बनाए जाने की प्रतीक्षा कर रहे हैं. उन्हें दिव्यांग आयोग का अध्यक्ष बनाकर मंत्री श्रेणी दी गई है. किंतु कडू के नाराज होने की चर्चा थी.
कडू ने कहा कि, नए हालात में मुख्यमंत्री शिंदे को समर्थन कर रहे 40 विधायकों की बडी फजीहत हो गई है. वे दोनों ओर से फंस गए हैं. अब अजीत पवार फिर फंड खीच लेंगे. हमारे निर्णयों में रोडे लाएंगे, ऐसी आशंका है जिससे विधायकों के सामने कई प्रश्न उपस्थित हो गए हैं. कडू ने कहा कि भाजपा को मजबूत करना है पर साथ आए लोग गढ्ढे में गिर जाए, यह सोच गलत होगी, जिससे भाजपा का ही अधिक नुकसान होगा. मुख्यमंत्री ने 40 विधायकों को समझाया है मगर एक बार मन में शंका बैठ गई तो जल्दी नहीं जाती.
इस बारे में पूछे जाने पर कडू ने कहा कि, नाराज होने का कारण नहीं है. खोके कहने वाले अब ओके हो गए है. सरकार मजबूत हुई है. स्वागत ही है. शिंदे और फडणवीस के वेगवान विकास की मोहिनी अजीत पवार पर भी चल गई. विकास में हम पीछे न छूट जाए, यह सोचकर वे सरकार में शामिल हुए. उपमुख्यमंत्री बने.
कडू ने कहा कि, पहले जो आए थे वे बैठे रह गए और पीछे से आनेवालों को पहले भोजन मिल गया. अब कोई नाराज होने से फायदा नहीं है अपने ही दांत और अपने ही होठ. कडू ने कहा कि, नाखुशी रही तो भी दर्शाते नहीं आता. अब किसके सामने जाकर चिल्लाए यह स्थिति है. अब न रास्ता है न रास्ते पर कांटे है.