* डॉ. गवई ने की पत्रवार्ता के माध्यम से मांग
अमरावती/दि.12 – आगामी लोकसभा चुनाव में कई उम्मीदवार है. मगर महाविकास आघाडी से अगर एड. प्रकाश आंबेडकर के पुत्र सुजात आंबेडकर अमरावती लोकसभा सीट से खडे रहते हैं, तो उन्हें हमारा पूरा समर्थन रहेगा. लेकिन अगर मविआ द्वारा उन्हें प्रत्याशी नहीं बनाया जाता, तो मैं इस टिकट के लिए अपनी दावेदारी पेश करता हुं. इस तरह की इच्छा रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (गवई) के राष्ट्रीय सचिव डॉ. राजेन्द्र गवई ने आज यहां बुलाई गई पत्रवार्ता में जताई.
स्थानीय मराठी पत्रकार भवन में आयोजित पत्रवार्ता के दौरान डॉ. राजेन्द्र गवई ने कहा कि आनंदराज आंबेडकर अगर महाराष्ट्र के किसी भी लोकसभा सीट से खडे हो जाए, तो वे सुजात आंबेडकर की बराबरी नहीं कर सकते, इसलिए सुजात आंबेडकर को अपना पुरा समर्थन वे दे दे. इसी तरह अगर बालासाहेब आंबेडकर चाहे तो हमसे गठबंधन कर सकते है. अगर बालासाहेब से हमारा गठबंधन हो गया, तो हम उन्हें 40 सीटों पर लडने की अनुमती देगें और हम खुद 4 सीटों पर चुनाव लडगें. इस तरह की बात करते हुए डॉ. गवई ने आगे कहा कि हम दावे के साथ कह सकते है कि हमने पिछले लोकसभा चुनाव में नवनित राणा को जीताने के लिए मेहनत की है. मगर उस समय उनके विचार हमसे मिलते थे. अब उनके विचार बदल गए है. वे विचारों से गद्दार हो गई है. अब हम उनका समर्थन नहीं कर सकते. वे संविधान के साथ खिलवाड करने वालों के साथ खडी है. जिसे हम बर्दाश्त नहीं करेगे. हम सर्वधर्म समभाव को मानने वाले लोग है. हम किसी पर व्यक्तिगत टिका नहीं कर सकते, मगर संविधान के साथ खिलवाड करने वालों का साथ भी नहीं दे सकते.
साथ ही गवई ने कहा कि युवा स्वाभिमान संगठन के पोस्टरो पर जो मेरी फोटो है, वे तुरंत हटाया जाए, क्योंकि युवा स्वाभिमानी को मेरे फोटो लगाने का कोई अधिकार नहीं है. क्योंकि व्यक्तिगत संबंध और राजनितीक संबंध में फर्क होता है. वे मेरे फोटो तुरंत हटाए, नहीं तो कल से मेरे कार्यकर्ता उन फोटो को हटाने का कार्य करेगे. इस समय बलवंत वानखेडे की उम्मीदवारी पर सवाल पुछने पर डॉ. गवई ने कहा कि महाविकास आघाडी अगर सुजात आंबेडकर या मुझे उम्मीदवारी देती है तो हम पुरा समर्थन करेगें. मगर हम दोनों के अलावा किसी अन्य को उम्मीदवारी दी जाती है तो रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (गवई) उस उम्मीदवार के खिलाफ पुरी ताकत से अपना उम्मीदवार खडा करेगी. पत्रवार्ता में डॉ. राजेन्द्र गवई के अलवाना सविता भटकर, हिम्मत ढोले, विष्णु कुराडे, आतिश डोंगरे सहित अन्य पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे.
* वे लोग कौन थे, जांच करना जरुरी
पत्रवार्ता के दौरान डॉ. राजेन्द्र गवई ने कहा कि जिला प्रशासन को हमारे व्दारा प्रवेशव्दार का मुद्दा निपटाने की अपेक्षा थी. मगर दोनो ही बाजू के लोगों की जिद्द की वजह से मामला और बढ गया. अभी भी दोनों ओर के लोग मुझ पर विश्वास करते है. जिसकी वजह से अगले तीन महिने में हम उस मामले का हल निकाल सकते है. उन्होनें कहा कि पांढरी खानांपूर तथा अंजनगांव तहसील के नागरिक बहुत ही शांत स्वभाव के है. बाहर तहसीलों से आए लोक आक्रमक हुए थे. वे शिव, शाहू, फुले व आंबेडकरी विचारधारा के थे या नहीं, इसकी खोज होनी चाहिए. हम नागरिकों से शांति का आवाहन करते है. साथ ही हमने तहसील के कार्यकर्ताओं को आदेश भी दिए है कि अपने अपने तहसील में ही काम करे, कोई भी कार्यकर्ता अन्य तहसील में जाएगा, तो उसे पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाएगे. दुर्भाग्य से मेरे अलावा किसी भी पार्टी, नेता, विधायक, सांसद ने इस मामले को निपटाने का प्रयास नहीं किया. यहा तक कि आंदोलन स्थल पर भेंट तक भी नहीं देने का जनप्रतिनिधियों पर डॉ. गवई आरोप लगाया. वही उन्होनें कहा कि गिरफ्तारी का दौर शुरू हो चुका है. मगर इस दौरान किसी अन्य निर्दोष की गिरफ्तारी न हो, इसका भी ध्यान प्रशासन को रखना चाहिए.