जिले के 1985 गांव में से 482 गांव डेंजर जोन में
बाढ के संभावित खतरे को देखते हुए 698 जवान सुसज्ज
* 300 आपदा मित्र व आपदा सखियों को दिया गया प्रशिक्षण
अमरावती/दि.14- जिले के 1985 गांवों में से 482 गांव डेंजर जोन के है. मानसून में होने वाली बारिश से संभावित बाढ के खतरे को देखते हुए आपदा व्यवस्थापन व्दारा नियोजन किया गया है. पिछले वर्ष 92 गांव में बाढ आई थी. इस वर्ष आपतकालीन परिस्थिति निर्माण होने पर 698 जवान सुसज्ज रखे गए है. व्यवस्थापन के लिए 300 आपदा मित्र व आपदा सखियों को प्रशिक्षण दिया गया है. इसके अलावा 24 घंटे नियंत्रण कक्ष भी शुुरु रहेगा.
बारिश के मौसम में आपदा आने पर नागरिकों की सहायता के लिए हर वर्ष आपदा व्यवस्थापन समिति व्दारा नियोजन किया जाता है. आनेवाली आपदा का सामना करने के लिए प्रशिक्षित लोगों की रंगीत तालिम ली गई है. जिला आपदा निवारण कक्ष की ओर से इसके लिए सभी तैयारियां की गई है. 1 जून से चार माह के लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए है. जिला स्तर पर 1 व तहसील में 14 इस तरह 15 नियंत्रण कक्ष शुरु किए गए है. इस वर्ष मानसून में जिले में बाढ की परिस्थिति निर्माण होने वाले गांव पर विशेष रुप से ध्यान रखा जाने वाला है. साथ ही नदी के तट पर स्थित गांव व बस्तियों पर भी नजर रखी जाएगी. जिले के 1985 गांव में से संभावित 482 बाढ बाधित गांव है. इनमें से कहीं भी आपदा आने पर आपदा मित्र व सखियों समेत जवानों को सुसज्ज रखा गया है.
* सभी साहित्य उपलब्ध
आपदा व्यवस्थापन विभाग के पास 5 मोटर बोर्ड, 216 लाइफ रिंग्स, 226 लाइफ जैकेट्स, 109 रोप बंडल, 85 सर्च लाइट, 22 मेगा फोन, 4 इमरजेंसी ऑक्सीजन कीट, 15 बीओबी रोप, 30 फायर इक्सटिंग्यूशर, 30 रबर ग्लोबज, 30 लेदर ग्लोबज, रेनकोट, स्कूबा डाइविंग कीट, हेलमेट आदि साहित्य उपलब्ध है.