पशुसंवर्धन विभाग में मंजूर पदों में से ३१९३ पद रिक्त
पशुपालकों को हो रही परेशानी, पशुधन का निजी अस्पताल में करना पड़ रहा इलाज
अमरावती /दि. १८– राज्य में लम्पी रोग का प्रकोप कम होने पर भी पशुसंवर्धन विभाग में रिक्त पदों की समस्या कायम है. विविध संवर्ब के कुल ६ हजार ८६३ मंजूद पदों में से ३ हाजर १९३ पद रिक्त है. जिसकी वजह से पशुधन को सेवा नहीं मिलने से उनकी जान को खतरा निर्माण हो गया है. साथही पशुधन को बचाने के लिए पशुपालकों को निजी अस्पताल में महंगे उपचार लेने की नौबत आ गई है. राज्य में पिछले वर्ष लम्पी रोग के कारण पशुधन का नुकसान हुआ. अगस्त माह में सर्वप्रथम लम्पी का प्रकोप रहा. नवंबर अंत में राज्य के २९१ तहसीलों में लम्पी चर्मरोग से ११ हाजर ५४७ पशुओं की मृत्यु हो गई. राज्य मे कुल १ करोड ३९ लाख ९२ हजार गोवर्गीय पशुधन में से १ करोड ३९ लाख ७८ हजार पशुधन को लम्पी प्रतिबंधात्मक गोटपॉक्स टीकाकरण किया जाने की जानकारी पशुसंवर्धन विभाग ने दी है. राज्य में पशुसंवर्धन विभाग में गट अ श्रेणी के २ हजार ६४४ मंजूर पदों में से ४९७ पद, तथा गट ब संवर्ग के ३६६ पद रिक्त है. इस संवर्ग में कुल ४१९ पद है. गट के में ११२७ पदों पर नियुक्तियां हुई ही नही. १८९५ पद इस संवर्ग में मंजूर है. गट ड वर्ग में भी मानवसंसाधन की कमी है. १९०५ में से १२०३ पद अब तक रिक्त है. इस विभाग में कुल ६८६३ पद मंजूर रहने पर ३१९३ पदों पर कार्यरत कर्मचारियों के भरोसे यह विभाग चल रहा है. राज्य में श्रेणी एक के २ हजार ५३४ पशुचिकित्सा अस्पताल कार्यरत है. लेकिन वहां के पशुधन विकास अधिकारियों के पद पिछले अनेक वर्षों से भरे नहीं गए. कुछ स्थानों पर ड्रेसर व सिपाही इन कर्मचारियों द्वारा उपचार कराया जा रहा है.
* ठेका पद्धति से भरे जाएंगे पद
पशुधन विकास अधिकारी संवर्ग के २९३ पद और पशुधन पर्यवेक्षकों के ११५९ पद ठेका पद्धति से भरने के लिए मान्यता दी गई है, यह जानकारी पशुसंवर्धन विभाग द्वारा दी गई है. इसके साथही सहायक आयुक्त (पशुसंवर्धन गट अ) ५६ व पशुधन विकास अधिकारी (गट अ) संवर्ग के २९८ रिक्त पद सीधी सेवा भर्ती से भरने संबंध में विज्ञापन प्रकाशित हुआ है. लोकसेवा आयोग द्वारा उम्मीदवारों का चयन करने के बाद पशु संवर्धन विभाग से सिफारिश की जाएगी.