परिसर में भय का वातावरण गांव के अधिकांश मरीज निजी अस्पताल में भर्ती
ग्रामपंचायत व स्वास्थ्य प्रशासन सतर्क
परतवाडा दि.11 अचलपुर पंचायत समिति अंतर्गत आने वाले हनवतखेडा में पिछले माहभर में करीब 9 लोगों की मौत हुई. इसमें डेंग्यू से मरने वाली एक छात्रा का समावेश है. हनवतखेडा में 9 मरीजों की डेंग्यू पॉजिटीव रिपोर्ट प्राप्त हुई है. उसमें से 13 वर्षीय छात्रा श्रद्धा दाभाडे की मौत डेंग्यू से होने की जानकारी तहसील स्वास्थ्य अधिकारी किरण शिंदे ने दी.
हनवतखेडा में जहां घर वहां मरीज ऐसी स्थिति बनी है. कई मरीज निजी अस्पताल में इलाज करा रहे है. स्वास्थ्य प्रशासन ने तत्काल मामले को गंभीरता से लेते हुए गांव के मरीजों की जांच की. ओपीडी शुरु की है. ग्रामपंचायत ने जरुरी वह उपाय योजना करते हुए छिडकाव, स्वच्छता, नाली सफाई आदि काम को तेजी से शुरु किया है. स्वास्थ्य विभाग ने दी जानकारी के अनुसार विभिन्न मरीजों के खुन के सैम्पल लिये गए है. जिसे जांच के लिए लैब भिजवाये गए है.
धामणगांव गढी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत एमपीडब्ल्यू समेत अन्य स्वास्थ्य अधिकारी व कर्मचारी गांव में पहुंचे है. इसी तरह मलेरिया अधिकारी जोशी भी वहां तैनात हुए है. हनवतखेडा में सुशिल नवले नामक 30 वर्षीय युवक का निधन हो गया, मगर उसकी मौत का कारण फिलहाल पता नहीं चल पाया. गांव में डेंग्यू से ही उसकी मौत हुई, ऐसी चर्चा गांववासी कर रहे हेै. लगातार मौत के आंकडे बढ रहे है. यह मामला गंभीर होने के बाद भी स्वास्थ्य यंत्रणा खास गंभीर दिखाई नहीं दे रहा हेै. गांव के लोगों की जांच शुरु है, फिर भी डेंग्यू पीडित मरीजों की संख्या बढ रही है. इसपर किसी भी तरह के ठोस कदम या जनजागृति करते हुए दिखाई नहीं दे रहे है. बीमारी का प्रकोप बढने के कारण गांववासियों में डर का माहौल बना हुआ है.
स्वास्थ्य उपकेंद्र की जरुरत
हनवतखेडा गांव की जनसंख्या 2200 हैं. शासकीय स्वास्थ्य यंत्रणा का लाभ इस गांव को नहीं होगा, यहां से पांच से छह किलोमीटर दूरी पर धामणगांव गढी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है. इसके कारण हनवतखेडा व दर्याबाद के लिए स्वास्थ्य उपकेंद्र की जरुरत है. ग्रामपंचायत प्रशासन जरुरत वह बाते जिला स्वास्थ्य प्रशासन को बताई गई है. प्राथमिक उपाय योजना ग्रामपंचायत स्तर पर की जा रही है.
– विजय ढेपे, सरपंच, हनवतखेडा
स्वास्थ्य यंत्रणा पहुंची
हनवतखेडा में 9 मरीज डेंग्यू पॉजिटीव पाये गए है. आठ के स्वास्थ्य सुधार हुआ है. एक छात्रा की डेंग्यू बीमारी से मौत हुई है. गांव के हर व्यक्ति की स्वास्थ्य जांच कर प्राथमिक इलाज किया जा रहा है. ओपीडी शुरु की गई है. जरुरी वह केमिकल का उपयोग कर ग्रामपंचायत को छिडकाव करने के लिए कहा गया है.
– किरण शिंदे, तहसील स्वास्थ्य अधिकारी