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शहर में ‘आंख आने’ का प्रकोप

भयंकर संक्रामक बीमारी, सैकडों आए चपेट में

* विशेषज्ञों का कहना- इस बार कई गुना बढे मरीज
अमरावती/दि.24- शहर और परिसर में बारिश के सीजन की अनेक बीमारियां सिर उठा रही है. हैजा के कुछ मरीज है तो, कुछ वायरल बुखार आदि के भी बडी संख्या में रुग्ण पनप रहे हैं. आंख आने अर्थात कंजटिवायटिस भी पिछले सप्ताह से तेजी से फैल रहा है. यह संक्रामक बीमारी होने के साथ परिवार में एक व्यक्ति को होने पर कई लोग उसके संपर्क में आने से वह भी पीडित हो जाते हैं और इस तरह बीमारी तेजी से फैल रही है. विशेषज्ञ डॉक्टर्स ने अमरावती मंडल से बातचीत में कहा कि बीते कुछ वर्षो की तुलना में इस बार कई गुना मरीज सामने आ रहे हैं. निश्चित संख्या वे भी नहीं बता सकते. शहर में हजारों लोगों को आंखों का यह रोग हुआ हैं.
* बेहद संक्रामक बीमारी
बारिश के मौसम में पहले भी आंख आने की बीमारी देखी गई है. यह अत्यंत संक्रामक रोग है. जिसकी आंखों पर कंजटिवायटिस हुआ है, उसके स्पर्श से भी दूसरे व्यक्ति को यह बीमारी हो सकती है. शहर के कुछ आंखों के प्रसिद्ध डॉक्टर्स से अमरावती मंडल ने बात की तो उन्होंने बताया कि छूने से भी यह रोग होता है. इसलिए बचाव के सभी उपाय करने चाहिए. अगले तीन सप्ताह तक यह प्रभाव रहने का अंदेशा भी नेत्रतज्ञ व्यक्त कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि इस बार कंजटिवायटिस का प्रमाण दो से तीन गुना दिखाई पड रहा.
* क्या है लक्षण


नेत्र विशेषज्ञ डॉ. नवीन सोनी ने बताया कि इसमें आंखों में जलन, सूजन और पानी आने के साथ रात को सोने के बाद सवेरे पलके चिपक जाती है. खूब जलन होती है. करीब 4-5 दिनों तक इसका असर रहता है. डॉ. सोनी ने कहा कि जरा भी लक्षण नजर आए तो घरेलू उपाय करने की बजाए नेत्रतज्ञ की सलाह लेना बेहतर होगा.

* क्या सावधानी बरतें
आंख आने की बीमारी बढ रही है. उसके कांटेक्ट में आनेवाले प्रत्येक को यह रोग हो सकता है. इसलिए रुग्ण को अपनी आंखों को बार-बार हाथ लगाने से बचना चाहिए. उसी प्रकार रुग्ण के टॉवेल, नैपकिन का उपयोग दूसरे किसी को नहीं करना चाहिए. आयड्रॉप डालने के पश्चात हाथ धोने की सावधानी बरती जानी चाहिए तभी इस बीमारी को फैलने से रोका जा सकता है.
– डॉ. अंकित हरवानी,
नेत्रज्योत आय हॉस्पिटल, अमरावती.

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