अमरावती

ऑक्सिजन की उपलब्धता बढायी जायेगी

रेमडेसिविर की कालाबाजारी नहीं होने दी जायेगी

  • जिला पालकमंत्री व जिलाधीश ने किया आश्वस्त

अमरावती/दि.21 – इस समय कोविड की संक्रामक महामारी से सभी लोगों की जिंदगी को बचाने के लिए राज्य सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किया जा रहा है. जिसके तहत मरीजोें के इलाज हेतु रेमडेसिविर इंजेक्शन व ऑक्सिजन सहित अन्य साधनसामग्री उपलब्ध कराये जा रहे है. साथ ही ऑक्सिजन प्रकल्प निर्मिती व निर्माण के लिए आवश्यक साहित्य की खरीदी का अधिकार सरकार द्वारा जिलाधीश को दिया गया है. इस आशय की जानकारी जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर द्वारा दी गई है. वहीं जिलाधीश शैलेश नवाल ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि, इस समय नागपुर सहित अन्य जिलों के करीब 225 कोविड संक्रमित मरीज शहर के विभिन्न कोविड अस्पतालों में भरती है. जिसकी वजह से ऑक्सिजन की उपलब्धता पर कुछ हद तक परिणाम पडा है. किंतु ऑक्सिजन की उपलब्धता बढाने हेतु हर संभव प्रयास व नियोजन प्रशासन द्वारा किये जा रहे है.
इस संदर्भ में जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर और जिलाधीश शैलेश नवाल ने यह भी कहा कि, कोविड संक्रमित मरीजों की लगातार बढती संख्या को देखते हुए बीमारी को नियंत्रित करने हेतु सरकार एवं प्रशासन द्वारा पाबंदियों को सख्त किया गया है, ताकि संक्रमण की चेन को तोडते हुए इस महामारी को नियंत्रित किया जा सके और सभी लोगों की जिंदगी बचायी जा सके. इस हेतु जहां एक ओर ऑक्सिजन एक्सप्रेस के माध्यम से ऑक्सिजन की समस्या को हल किया जा रहा है और अधिकाधिक अस्पतालों में ऑक्सिजन निर्मिती प्रकल्प स्थापित करने का अधिकार स्थानीय प्रशासन को दिया गया है. वहीं राज्य में रेमडेसिविर की किल्लत को दूर करने के लिए सात प्रमुख निर्माता कंपनियों से रेमडेसिविर की खरीदी हेतु चर्चा शुरू है और दवा निर्माता कंपनियों को उत्पादन क्षमता बढाने के लिए तमाम आवश्यक सहयोग दिया जा रहा है.
इस समय यह भी कहा गया कि, अमरावती जिले में कहीं पर भी रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी नहीं हो रही है और प्रशासन द्वारा अपने नियंत्रण के तहत रेमडेसिविर इंजेक्शन का वितरण करवाया जा रहा है. अत: ऑक्सिजन व रेमडेसिविर इंजेक्शन की उपलब्धता को लेकर किसी भी तरह की चिंता नहीं की जानी चाहिए.

मरीजों के परिजनों की भी होगी कोविड टेस्ट

इस समय अमरावती शहर के विभिन्न कोविड अस्पतालों में नागपुर सहित अन्य जिलों के मरीज भरती है और उनके रिश्तेदार शहर के विभिन्न होटलों व लॉज में रूके हुए है. साथ ही कई लोग अस्पताल परिसर में ही डेरा लगाये हुए है. ऐसे में स्वास्थ्य पथक द्वारा इन सभी लोगों की भी कोविड टेस्ट की जायेगी.

20 टन ऑक्सिजन पहुंचा, पुणे से आज 15 टन का टैंकर पहंचेगा

वहीं इसी बीच मंगलवार भिलाई से 10-10 टन लिक्वीड ऑक्सिजन की खेप लेकर दो टैंकर अमरावती पहुंचे. साथ ही आज बुधवार 21 अप्रैल को पुणे से रवाना हुआ 15 टन लिक्विड ऑक्सिजन का टैंकर अमरावती पहुंचेगा. ऐसे में अमरावती में मरीजों की जरूरत के लिहाज से पर्याप्त मात्रा में कृत्रिम ऑक्सिजन उपलब्ध हो गया है, ऐसा कहा जा सकता है.
बता दें कि, जिले में इन दिनों कोविड संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ रहीं है तथा हाईरिस्कवाले मरीजों को निरंतर ऑक्सिजन की जरूरत पड रही है. इस समय शहर में रोजाना करीब 20 टन ऑक्सिजन का इस्तेमाल हो रहा है. इस बात के मद्देनजर शहर में कुल चार स्थानों पर ऑक्सिजन टैंक लगाये गये है. जिनके जरिये एक ही समय में 57 टन ऑक्सिजन की व्यवस्था की जा सकती है. इसके तहत सुपर स्पेशालीटी में 21 टन, जिला सामान्य अस्पताल में 10 टन, पीडीएमसी अस्पताल में 6 टन के टैंक स्थापित किये गये है. वहीं वल्लभ गैस फैक्टरी में 20 टन की क्षमतावाला ऑक्सिजन टैंक स्थापित है. इसमें से सभी टैंकों में आवश्यकता के अनुसार लिक्विड ऑक्सिजन का स्टॉक उपलब्ध रखा जा रहा है.

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