मुंबई/दि.१ – कोरोना महामारी का प्रादुर्भाव बढने पर अब ऑक्सीजन की भी आवश्यकता बढ रही है. पिछले कुछ दिनों से मरीजों को ऑक्सीजन की व्यवस्थित आपूर्ति की जा रही है ऐसा कहा जा रहा है. किंतु प्रत्यक्ष रुप से ऑक्सीजन आपूर्ति मंद गति से की जा रही है यह वास्तविकता है. लिक्वीड के स्वरुप में ऑक्सीजन व मरीजों को लगने वाली ऑक्सीजन की कीमतें आसमान को छू रही है. 6 हजार रुपए में आयसीयू में उपचार ले रहे मरीज को ऑक्सीजन के लिए हर दिन देने पड रहे है.
जिन मरीजों की ऑक्सीजन लेवल कम हुई है उन मरीजों को तीन से अधिक ऑक्सीजन सिलेंडर की आवश्कता होती है. ऐसे में मरीजों को ऑक्सीजन के दाम कैसे चुकाए ऐसा प्रश्न निर्माण हो रहा है. ऑक्सीजन के बढते दामों को लेकर डॉक्टर संगठना प्रमुख डॉ. दीपक बैद्य ने प्रश्न उपस्थित किया. निजी कोरोना सेंटर पर मरीजों को बढे हुए दामों में ऑक्सीजन उपलब्ध करायी जा रही है. मरीजों को अतिरिक्त दाम देने पड रहे है इसके पहले 370 रुपए में जम्बों ऑक्सीजन का सिलेंडर मिलता था किंतु अब वहीं ऑक्सीजन सिलेंडर 1 हजार रुपए में लेना पड रहा है.
महापालिका के शताब्दी अस्पताल में 5 वार्डो में से केवल तीन ही वार्ड शुरु रखे गए है. दो वार्ड बंद कर दिए गए है आयसीयू यूनिट में ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं होने की वजह से यह निर्णय लिया गया है. ट्रामा अस्पताल में भी यही परिस्थिती है. वहां पर भी निरंतर ऑक्सीजन की किल्लत निर्माण हुई है. ऑक्सीजन सिलेंडरों के दाम बढने पर आयसीयू में उपचार ले रहे मरीजों को अतिरिक्त खर्च करना पड रहा है.