* रखरखाव की कमी, वन विभाग की अनदेखी
* 15 रुपए शुल्क के बाद भी पर्यटक निराश
अमरावती/दि.21- शहर में वडाली रोड पर कांगेे्रस नगर के आगे पंचवटी के सामने करोडों रुपए खर्च कर बनाए गए पर्यटन स्थल ऑक्सीजन पार्क केवल बाहर से देखने में ही सुंदर और सहज लग रहा हैं. वहां लाखों रुपए खर्च कर जंगल महकमा व्दारा लगाए गए छोटे बच्चों के खेल खिलौने, झूले और जूता मचान सब टूट-फूट गए हैं. जबकि अभी भी बडी संख्या में शनिवार, रविवार और छुट्टी के रोज इस पार्क में बकायदा शुल्क अदा कर सैकडों-हजारों लोग आते हैं. वहां के वन विभाग के जिम्मेदार ने बताया कि, 3-4 माह से उपकरण टूटे पडे हैं. फंड नहीं होने से उनकी मरम्मत भी नहीं हो पा रही. बच्चे रस्सी के आइटम पर चढ नहीं पाने और आनंद से महरुम होकर निराश हो रहे हैं.
* यशोमती ने किया था उद्घाटन
ऑक्सीजन पार्क का उद्घाटन पिछले वर्ष 24 जुलाई को तत्कालीन पालकमंत्री एड. यशोमती ठाकुर के हस्ते, राज्यमंत्री बच्चू कडू, महापौर चेतन गांवडे और जिला परिषद अध्यक्ष बबलू देशमुख आदि की उपस्थिति में किया गया था. ऐसा उद्घाटन का फलक पार्क के प्रवेश व्दार के पास लगा हैं. जिससे साफ है कि, मात्र सवा साल में ही पार्क का रख रखाव नहीं होने से खेल-खिलौने, झूले टूट-फूट गए.
* करोडों का खर्च
ऑक्सीन पार्क के लिए करोडो रुपए वन विभाग ने खर्च किए. किंतु आज इसके अधिकांश झूले टूट गए हैं. उसी प्रकार मुंबई के जीजामाता पार्क की तरह बनाया गया जूता मचान भी चढने योग्य नहीं बचा. इंजीनियर ने ही उस मचान पर चढने की मनाही कर दी हैं. फिसलन पट्टी जिसे स्थानीय भाषा में घसरगुंडी कहा जाता है, वह भी टूटी पडी हैं. उसे निकालकर रख देने की जानकारी सोमवार को पार्क में मौजूद कर्मचारियों ने दी. उन्होंने बताया कि, मेटेनंस का फंड नहीं होने से काफी चीजे नाकारा हो गई हैं.
* 15 रुपए प्रवेश शुल्क
7-8 एकड मे फैले पार्क में प्रवेश के लिए 15 रुपए और बच्चों हेतु 10 रुपए शुल्क वसूला जा रहा. ऐसे ही पर्यटन ट्रीप के लिए 250 रुपए का भी शुल्क रखा गया हैं. सर्दी का सुहावना मौसम होने से इन दो माह में अनेक शालेय विद्यार्थियोें की ट्रीप ऑक्सीजन पार्क में भी रह सकती हैं. किंतु वहां के खेल खिलौने टूटे-फूटे होने से बच्चों को आनंद की बजाए चोट दे सकते हैं. इस बारे में बातचीत के लिए वन अधिकारी वर्षा हरणे से संपर्क करने का प्रयास किया गया. उनसे बातचीत नहीं हो सकी.