* मुंबई लाईन ब्लॉक होने पर इस नई रेल लाईन का होगा इस्तेमाल
अमरावती /दि. 18 – अकोला से खंडवा रेल लाईन को ब्रॉडगेज करने का कार्य जारी रहते अब रेलवे विभाग ने मुंबई रेल लाईन पर आनेवाली बाधा अथवा ब्लॉक के समय पर्यायी व्यवस्था के तौर पर अब पाचोरा-जामनेर-बोदवड रेल लाईन को ब्रॉडगेज करने का निर्णय लिया है. इसके तहत जमीन अधिग्रहण का काम शुरु होने की जानकारी रेलवे सूत्रों ने दी है.
रेलवे मंत्रालय द्वारा रेलवे के अत्याधुनिकरण का काम तेजी से चल रहा है. इसके तहत अनेक स्थानो पर ब्रीज (उडानपुल) का निर्माण होने से रेलवे गेट बंद हो गए है. इसके अलावा अनेक डेपो और लोकोशेड भी बंद हो गए है. पहले रेलवे विभाग में महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यो में लाखो की संख्या में कर्मचारी थे. आधुनिकीकरण के कारण यह संख्या अब आधे से भी कम हो गई है. कुछ नैरोगेज लाईन को ब्रॉडगेज भी किया जा रहा है. साथ ही रेल लाईन का विस्तार कर उसे अन्य शहरो तक जोडा जा रहा है. इसी के तहत पाचोरा से जामनेर तक चलनेवाली नैरोगेज लाईन को बोदवड तक बढाकर ब्रॉडगेज करने का निर्णय रेलवे विभाग ने लिया है. 80 किलोमीटर लंबी इस रेल लाईन को ब्रॉडगेज करने के लिए जमीन अधिग्रहण का काम शुरु हो गया है. इसके लिए 550 करोड रुपए की निधि भी प्रशासन को प्राप्त होने की सूत्रों की जानकारी है. इस ब्रॉडगेज लाईन का निर्माण होने में वक्त जरुर लगेगा लेकिन उसका निर्माण हो जाने के बाद मुंबई रेल लाईन पर ब्लॉक आने पर मालगाडी अथवा ट्रेनों को अकोला से पाचोरा-जामनेर-बोदवड मार्ग से चलाने की पर्यायी व्यवस्था रहेगी. हावडा से मुंबई जानेवाली ट्रेन अथवा मालगाडी वर्तमान में भुसावल से होकर जाती है. लेकिन लाईन में कोई खराबी आने या कोई रेल दुर्घटना होने पर इस रेल मार्ग का यातायात ठप हो जाता है. इसी को देखते हुए भाजपा के मंत्री गिरीश महाजन के प्रयासो से अब पाचोरा-जामनेर-बोदवड रेल मार्ग नैरोगेज से ब्रॉडगेज होने जा रहा है.
* बुलढाणा को मे लाईन पर लाने का मानस
अब तक बुलढाणा मुख्य रेल लाईन से जोडा नहीं गया है. रेल प्रशासन का वाशिम से बुलढाणा और अजंठा रेल लाईन ले जाने का मानस है. लेकिन पहुर परिसर वनविभाग के अधिन आने से यह काम अटका हुआ है. अजंठा में देश के अलावा विश्व के विभिन्न देशो से लोग बडी संख्या में आते है. विशेष कर जापान के पर्यटको की संख्या अधिक रहती है. वहां तक रेल लाईन सेवा न रहने से भुसावल अथवा पाचोरा आकर इन पर्यटको को अजंठा जाना पडता है. इस कारण रेलवे विभाग बुलढाणा को रेल लाईन से जोडने के प्रयास में है. ऐसा हुआ तो पर्यटको की संख्या भी बढेगी और उन्हें सुविधा भी उपलब्ध होगी. जिससे रेलवे विभाग का राजस्व भी बढेगा.