मोबाइल व लैपटॉप की वजह से बढा उंगलियों व कलाई में दर्द
अमरावती /दि.7- इन दिनों ज्यादातर लोगबाग मोबाइल व लैपटॉप का प्रयोग करते है. साथ ही दिन भर में अधिकांश समय मोबाइल पर काम करने सहित वेब सिरिज देखने के लिए मोबाइल को हाथ में पकडे रहते है. परंतु मोबाइल का यही अत्याधिक प्रयोग विविध बीमारियों को निमंत्रण दे रहा है. यह अपने आप में एक हकीकत है. चूंकि मोबाइल का प्रयोग करते समय उसे उंगलियों के जरिए हाथो की हथिलियों में पकडे रहना होता है. ऐसे में हाथों की उंगलियों व कलाई में दर्द होने की तकलीफ बढ गई है. विशेष तौर पर हाथ के अंगूठे में दर्द का प्रमाण काफी अधिक बढ गया है. इस दर्द का सामना करने वाले लोगों में युवाओं की संख्या सबसे अधिक है. यह विशेष उल्लेखनीय है.
* मोबाइल व लैपटॉप का प्रयोग बढा
इन दिनों लगभग प्रत्येक व्यक्ति के पास मोबाइल व लैपटॉप होता है. छोटे बच्चों से लेकर बडे-बुजुर्गों तक सभी आयु वर्ग वाले नागरिकों द्बारा मोबाइल व लैपटॉप का विभिन्न कामों हेतु जमकर प्रयोग किया जाता है.
* ‘लैपटॉप एल्बो’ के मरीज बढे
इन दिनों अधिका युवा ऑफिस में ज्यादातर समय लैपटॉप या कम्प्यूटर पर काम करते है. जिसके लिए उन्हें लंबे समय तक एक ही जगह पर बैठकर काम करना होता है और अपने हाथों को विशिष्ट कोण में रखना होता है. जिसके चलते पीठदर्द के साथ-साथ ‘लैपटॉप एल्बो’ यानि हाथ के जोड से संंबंधित बीमारियां बढती है.
* क्या है ‘टेक्स्टिंग थंब’?
‘टेक्स्टिंग थंब’ को स्मार्ट फोन थंब भी कहा जाता है. मोबाइल का एक तरह से व्यसन रहने वाले लोगों में इस बीमारी का प्रमाण अधिक रहता है. यह आज के आधुनिक दौर की बीमारी है.
* क्या सावधानी जरुरी?
मोबाइल फोन के प्रयोग को रोकना अब किसी भी इलाज से संभव नहीं रहा. लेकिन इस पर उपाय के तौर पर नियमित रुप से व्यायाम, योगा व साइकलिंग करना सबसे बेहतर है. रोजाना सुबह जल्द उठकर सुबह की ताजगीभरी धूप में घुमना चाहिए और संतुलित आहार लेना चाहिए.
* अंगूठे के लिए भी व्यायम
शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए जैसे अलग-अलग डंबल्स रहते है. ठीक उसी तरह अंगूठे व उंगलियों के व्यायाम हेतु थंबल का उपयोग करना चाहिए.