विधि-विधान से निकली अंबादेवी व एकवीरादेवी की पालखी
दशहरा मैदान तक पहुंचकर किया सीमोल्लंघन
* प्रतिबंधात्मक आदेशों के चलते सादे व सामान्य ढंग से हुआ आयोजन
अमरावती/दि.16- प्रति वर्षानुसार इस वर्ष भी विजयादशमी यानी दशहरा पर्व पर अंबादेवी व एकवीरा देवी की उत्सव मूर्तियों के साथ दोनों देवियों की पालखी निकाली गई. साथ ही सीमोल्लंघन की धार्मिक विधी को पूर्ण किया जा सका. कोविड संक्रमण काल के पहले दोनों देवियों की पालखी बडे ही धुमधाम और गाजे-बाजे के साथ निकाली जाती थी. किंतु इस वर्ष भी गत वर्ष की तरह दोनों देवियों की पालखी बडे ही सादे व सामान्य ढंग से निकाली गई तथा बेहद सीमित भाविकों की उपस्थिति में सीमोल्लंघन की प्रक्रिया को पूर्ण किया गया.
गत रोज अंबादेवी व एकवीरादेवी की उत्सव मूर्तियों को प्रतिकात्मक पालखी में विराजमान करते हुए दोनों पालखियों को कार में स्थापित किया गया तथा दोनों मंदिर संस्था के दो-दो विश्वस्तों के साथ यह कार पालखीमार्ग पर आगे बढी तथा दशहरा मैदान परिसर के पास ही स्थित बियाणी कॉलेज के प्रांगण में सीमोल्लंघन के विधान को पूर्ण करते हुए वहां पर देवी पूजन किया गया. पश्चात सीमोल्लंघन करते हुए दोनों देवियां पुनश्च पालखी मार्ग के जरिये नगरभ्रमण कर वापिस अपने-अपने मंदिर लौटी. इस अवसर पर अंबादेवी व एकवीरादेवी संस्थान के विलास मराठे, चंद्रशेखर कुलकर्णी, एड. राजाभाऊ पांडे तथा अंबादेवी-एकवीरादेवी आरती मंडल के अध्यक्ष हरिभाऊ गावंडे आदि उपस्थित थे.