जिले के ग्रामीण इलाकों में सरकारी योजनाओं व विकास कामोें की स्थिति संतोषजनक
पंचायत राज समिती की टीम ने जिप के कामों को सराहा
* कुछ त्रृटियों पर उंगली रखकर काम में सुधार हेतु दिये सुझाव
* पत्रवार्ता में समिती सदस्यों ने जताया संतोष
अमरावती/दि.9- विगत दो दिनों से अमरावती जिले के विभिन्न ग्रामीण इलाकोें का दौरा करने के बाद विधान मंडल की पंचायतराज समिती ने जिला परिषद प्रशासन द्वारा अमरावती जिले के ग्रामीण इलाकों में सरकारी योजनाओं के तहत किये जा रहे विकास कामों को लेकर समाधान जताया है. साथ ही यह भी कहा कि, इक्का-दुक्का स्थानों पर कुछ त्रृटियां व खामिया दिखाई दी है. जिन्हें दूर करने और सुधारने के लिए समिती द्वारा संबंधितों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये है.
स्थानीय डॉ. पंजाबराव देशमुख विदर्भ प्रशासकीय प्रशिक्षण प्रबोधिनी में अपना दौरा पूर्ण होने के पश्चात एक पत्रवार्ता को संबोधित करते हुए समिती सदस्यों ने अपने दौरे को बेहतरीन बताते हुए कहा कि, वे इस दौरे से बेहद संतुष्ट है तथा जल्द ही इस दौरे की रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजी जायेगी.
इस पत्रवार्ता में महाराष्ट्र राज्य के स्थानीय निधी लेखा (मुंबई) संचालक माधव नागरगोजे, पंचायत राज समिती प्रमुख संजय रायमुलकर, समिती के उपसचिव विलास आठवले, विधानसभा सदस्य प्रतिभा सुरेश धानोरकर, विधान परिषद सदस्य विक्रम काले तथा अमरावती जिला परिषद के सीईओ अविश्यांत पंडा उपस्थित थे. इस पत्रवार्ता को निधी लेखा संचालक माधव नागरगोजे द्वारा संबोधित करते हुए पत्रकारों की ओर से पूछे गये विभिन्न सवालों का जवाब दिया गया. इस समय उन्होंने कहा कि, दो दिवसीय दौरे के तहत पंचायत राज समिती ने दो अलग-अलग दलों में विभाजीत होकर जिले के अलग-अलग तहसील एवं ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा किया. जिसके तहत विभिन्न ग्राम पंचायतों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रोें सहित पंस व ग्रापं स्तर पर विभिन्न विभागों को भेट देकर सरकारी योजनाओें व सरकारी निधी से संबंधित लेखा-जोखा जांचा गया और दस्तावेज की पडताल की गई. समिती सदस्यों के मुताबिक उन्हें इक्का-दुक्का स्थानों पर कुछ गडबडियां और अनियमितता दिखाई दी है. जिसका उल्लेख उन्होंने बाकायदा अपनी रिपोर्ट में किया है. किंतु अधिकांश स्थानों पर वे पूरी तरह से समाधानी व संतुष्ट रहे. हालांकि एक-दो स्थानों पर कुछ त्रृटियां पायी गई. जिन्हें तत्काल दूर करने और सुधार लेने को लेकर आवश्यक निर्देश व सुझाव दिये गये.
इस पत्रवार्ता में समिती सदस्यों का कहना रहा कि, सरकार की ओर से बनाई जानेवाली योजनाओं व दी जानेवाली निधी का लाभ आम लोगों तक पहुंच रहा है अथवा नहीं और कामकाज बराबर हो रहा है अथवा नहीं, यह देखने के साथ ही कामकाज की समीक्षा करते हुए उसमें सुधार के सुझाव देने हेतु पंचायतराज समिती के दौरे की व्यवस्था का प्रावधान किया गया है. जिसके सार्थक परिणाम भी सामने आये है और जनप्रतिनिधियों व संबंधित अधिकारियों का समावेश रहनेवाली विधानमंडल स्तरीय समिती द्वारा तैयार की जानेवाली रिपोर्ट सीधे सरकार के समक्ष पहुंचती है. ऐसे में सरकारी स्तर पर तुरंत ही सभी योजनाओं की मौजूदा स्थिति की समीक्षा करना संभव हो पाता है. साथ ही सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि, पंचायतराज समिती के दौरे के समय ग्रामीण क्षेत्र के नागरिक समिती सदस्योें के जरिये सीधे सरकार तक अपनी बात पहुंचा पाते है. इस पत्रवार्ता में बताया गया कि, विगत दो दिनों के दौरान जिले के कई ग्रामीण इलाकों में नागरिकों द्वारा समिती सदस्यों को अपने ज्ञापन व शिकायती पत्र सौंपे गये है. समिती द्वारा हर एक व्यक्ति की शिकायत व दिक्कत को ध्यानपूर्वक सुना गया और सभी की जानकारी को रिकॉर्ड पर भी लिया गया. इनमें से जो मसले स्थानीय स्तर पर सुलझ सकते है, उन्हें सुलझाने के लिए जिला परिषद प्रशासन को आवश्यक निर्देश दिये जायेेंगे. वहीं सभी मामलों से सरकार को अवगत भी कराया जायेगा.