पंचदीप नवरात्रि महोत्सव समिति ने ‘विदर्भ की रानी’ को दी विदाई
पदाधिकारियों सहित सभी भक्तों ने राजकमल चौक पर की महाआरती
* जगह-जगह किया गया देवी मां का स्वागत
* आकर्षक झांकियों ने शहरवासियों का मन मोहा
अमरावती/दि.17– ‘विदर्भ की रानी’ अपने भव्य दिव्य रुप के साथ अंबागेट गांधी चौक परिसर में लगातार नौ दिनों तक विराजित होकर भक्तों पर कृपा बरसाती है. पंचदीप नवरात्रि महोत्सव समिति ने भी मां की मनोभाव से सेवा की. उनका आशीर्वाद प्राप्त करने का प्रयास किया. इसी सेवा कार्य के साथ पंचदीप नवरात्रि महोत्सव समिति संग भक्तों ने ‘विदर्भ की रानी’ को भावभीनी विदाई दी.
मंगलवार दोपहर 5.30 बजे अंबागेट गांधी चौक स्थित पंचदीप नवरात्रि महोत्सव समिति द्वारा ‘विदर्भ की रानी’ के लिए स्थापित भव्य पंडाल में पदाधिकारियों की उपस्थिति में महाआरती की गई. पश्चात रात 7 बजे से विविध झांकियों के साथ माता की भव्य विदाई शोभायात्रा आरंभ हुई. रात 8.30 बजे के करीब राजकमल चौक पहुंचने से पूर्व विधायक रवि राणा ने यहां उपस्थिति दर्ज कर मां के भव्य दिव्य रुप को अपने आंखों में समांकर उनका आशीर्वाद लिया. इस समय पंचदीप नवरात्रि महोत्सव समिति के अध्यक्ष विनय भैया सिंगरे, उपाध्यक्ष अभिषेक पंजापी, सचिव शिवानंद चौधरी, महासचिव डॉ. सौरभ राठी, कार्याध्यक्ष डॉ. आशीष येवतीकर, स्वागताध्यक्ष राजेश साहू के साथ भक्तगण उपस्थित थे. रात 8.30 बजे राजकमल चौक पर पहुंचते ही सर्वप्रथम मां के भक्तों ने उडान पुल से मां की प्रतिमा पर फूलों की वर्षा की. साथ ही आतिशबाजी की गई. यहां समिति पदाधिकारियों की उपस्थिति में फिर एक बार महाआरती कर मां से ‘अगले बरस तुम जल्दी आना…’ यह विनती की गई. पश्चात यह शोभायात्रा श्याम चौक, जयस्तंभ चौक पर रात 9.30 बजे पहुंची.
यहां स्थानीय भक्तों द्वारा मां का आगमन होते ही उनकी विधिविधान से पूजा-अर्चना करते हुए यात्रा में शामिल भक्तों को मसाला चावल व अन्य प्रसादी का वितरण किया गया. भक्तों ने भी उत्साह से प्रसादी ग्रहण कर दोगुनी ऊर्जा के साथ मां के विसर्जन में सहभाग लिया. जयस्तंभ चौक से चित्रा चौक मार्ग पर स्थित आदर्श होटल के सामने से पुराना कॉटन मार्केट से होते हुए शोभायात्रा मौसीकाल पहुंची. यहां मां का विधिविधान से विसर्जन किया गया.
‘विदर्भ की रानी’ की विसर्जन शोभायात्रा में विदर्भ की कुलस्वामिनी माता अंबादेवी व माता एकवीरा देवी की प्रतिमा, छत्रपति शिवाजी महाराज, लाइव हनुमान के साथ उनकी भव्य प्रतिमा, महाकाल ग्रुप ने भी इसमें सहभागी होकर फायर व आतिशबाजी का बेमिसाल शो प्रस्तुत किया. इसके अलावा विविध प्रकार के करीब 11 ढोल-पथक का विदाई यात्रा में समावेश रहा. सुरक्षा की दृष्टि से इस पूरे शोभायात्रा में विदर्भ की रानी की सेवा में पुलिस प्रशासन जगह-जगह तैनात रहा. पंचदीप नवरात्रि महोत्सव समिति ने भी अपनी ओर से सदस्यों को नियुक्त किया था. यात्रा के दौरान एकतरफा मार्ग को कुछ समय के लिए बंद किया था. विदर्भ की रानी को सभी ने भावभीनी विदाई देते हुए मां से सभी के मंगलमय जीवन की कामना की. इस अवसर पर पंचदीप नवरात्रि महोत्सव समिति के अध्यक्ष विनय भैया सिंगरे, उपाध्यक्ष अभिषेक पंजापी, सचिव शिवानंद चौधरी, सहसचिव डॉ. सौरभ राठी, कार्याध्यक्ष डॉ. आशीष येवतीकर, स्वागताध्यक्ष राजेश साहू के साथ नवरात्र उत्सव समिति के अध्यक्ष गौरव हरणखेडे, उपाध्यक्ष विशाल कपिले, सचिव शिवलिंग गारड, सहसचिव भूषण विलायतकर, कोषाध्यक्ष सिद्धांत बिजोरे, कार्याध्यक्ष बंटी गुप्ता, नवरात्र उत्सव सदस्य-सलाहकार समिति के राजेश राजगुरे, अमित उमरवैश्य, प्रवीण घुरडे, मोनू देसाई, रोहित नंदनवार, सुमित उमरवैश्य, संकेत घाडगे, सागर शिरभाते, मनीष सरवैय्या, आशीष सरवैय्या, अवनीश डोलस, सुमित घोलप, योगेश ठाकुर, शिव बोरकर, नीलेश शिरभाते, राहुल गुल्हाने, डॉ. तुषार गुल्हाने, राजेश चावंडे, राजकुमार अग्रवाल, अभिषेक गुल्हाने, मोरु श्रीवास, अमर पिंपलकर, निकलेश पिंपलकर, सतीश बिलबिले, शरद नागरिया, ओम सरवैय्या, संचित लाखे, अक्षय विलायतकर, सचिन पेठे, अभिनव पिंपलकर, शुभम विंचुरकर, जितेंद्र उमरवैश्य, अभिजीत बारसकर, आलोक मंत्री, लकिश पनपालिया, बादल श्रीराव, नवरात्र उत्सव महिला समिति की रानी राजगुरे, नीतू राजगुरे, प्रीति सरवैय्या, शीतल सरवैय्या, पूर्वा शिरभाते, प्रिया उमरवैश्य, नेहा उमरवैश्य, दिशा गुल्हाने, अलका नागरिया, सुषमा बिजोरे, सुनीता राजगुरे, सपना गुल्हाने, प्रियंका घुरडे, कल्पना नंदनवार, कीर्ति हरणखेडे, निशा डोलस, श्वेता पनपालिया के साथ भक्तों का सहभाग रहा.