* श्री संत गुलाबराव महाराज का जन्मोत्सव मनाया
चांदूर बाजार/दि.18-तहसील के पूर्णा नदी तट पर आषाढी एकादशी के दिन पंढरी अवतरित हुई. माधान से काजली देऊरवाडा के पूर्णा नदी के किनारे स्थापित विठ्ठल रुख्मिणी मंदिर में बुधवार को पालकी का आगमन हुआ. इस अवसर पर माधान, काजली और देऊरवाडा के भक्तों ने पालकी का जोरदार स्वागत किया. इस अवसर पर श्री संत गुलाबराव महाराज के जन्मोत्सव पर निकाली गई पालकी का पूजन किया गया. पालकी के आगमन से तथा भक्तों की उपस्थित से पूर्णा नदी तट पर पंढरी अवतरित होने की अनुभूति हुई. इस समय भक्तों ने पंढरपुर दर्शन का अनुभव किया. पालकी के स्वागत अवसर पर पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष सुरेखाताई ठाकरे ने भी उपस्थिति दर्शाई. पालकी समारोह में माधान के भक्तगण बडी संख्या में उपस्थित थे.
बालगोपाल भी हुए शामिल
जन्मोत्सव में शुभ्र रंग के वस्त्र परिधान कर शामिल हुए वारकरियों के साथ बालगोपालों ने भी सहभागिता दर्ज की. नौनिहालों ने पारंपरिक वाद्य टाल की गूंज के साथ पालकी समारोह में भजन प्रस्तुत किए.
संत गुलाबराव महाराज का जन्मोत्सव मनाया
माधान के श्री संत गुलाबराव महाराज का जन्म 6 जुलाई 1881 में नांदगाव खंडेश्वर तहसील के लोणी टाकली में हुआ. महाराज का बचपन माधान के मोहोड परिवार में गुजरा. उन्होंने 34 साल की आयु में 134 ग्रंथ लिखे. ऐसे संत की भूमि माधान में उनका जन्मोत्सव पिछले 141 वर्षों से माधानवासी मना रहे है. तीर्थस्थापना, काकडा आरती, हरिपाठ, कीर्तन कर जन्मोत्सव मनाया गया. कार्यक्रम में नागरिकों ने दिए प्रतिसाद को देखते हुए संस्था के अध्यक्ष अनिरुद्ध उर्फ माधवराव मोहोड ने सभी का