पंडित मिश्रा ने किया तपोवनेश्वर शिवलिंग का अभिषेक
मंदिर जीर्णोद्धार का भव्य भूमिपूजन भी
* ट्रस्टियों ने किया भावभीना आदरसत्कार
* यह परिसर ऋषि मुनियों के तप से सिद्ध
अमरावती/दि. 19- शहर से 15 किमी दूर चांदूर रेलवे मार्ग के बोडना स्थित श्री क्षेत्र तपोवनेश्वर संस्थान में अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने आज पूर्वान्ह विधायक रवि राणा के संग वहां पहुंचकर दिव्य शिवलिंग का अभिषेक किया. संस्थान के पदाधिकारियों ने पूज्य कथा प्रवक्ता का भावपूर्ण आदर सत्कार किया. उल्लेखनीय है कि महाराज श्री ने रविवार को हनुमान गढी की अपनी शिवमहापुराण कथा के दूसरे दिन तपोवनेश्वर शिवलिंग की पौराणिक गाथा का बखान किया था. मंगलवार सवेरे वे दर्शन हेतु पहुंचे.
* अभिषेक तथा पूजन
बोडना के पंचकोशी के प्रसिद्ध शिवालय तपोवनेश्वर पहुंचकर पंडितजी ने सर्वप्रथम यहां की धरा को शीश नवाया. उन्होंने कहा कि यह भूमि साधु, संतों, ऋषि मुनियों के तप से सिद्ध हुई भूमि है. यहां का पूजन और अर्चन अधिक लाभदायी है. मंदिर का अवलोकन करने पश्चात उन्होंने शिवलिंग का अभिषेक व पूजन किया. उनके मंत्रोच्चार से उपस्थित भाविक बडे प्रभावित हुए. पंडितजी ने कथा में शिवलिंग निर्माण का बखान किया था. स्कंद पुराण का उल्लेख कर बतलाया कि इस शिवलिंग का निर्माण महर्षी शृंगी ऋषि ने किया. उन्हें राजा दशरथ के पुत्र कामेष्ठि यज्ञ हेतु पौराहित्य के लिए सादर आमंत्रण दिया गया था. अत: वे तपोवनेश्वर के इस शिवलिंग को थोडा अपूर्ण छोडकर प्रस्थान कर गए थे.
* जीर्णोद्धार भूमिपूजन
मंदिर के ट्रस्टियों ने अद्भूत समयसूचकता का परिचय देते हुए पूज्य कथा प्रवक्ता मिश्राजी के हस्ते शिवालय के नवनिर्माण का भूमिपूजन संपन्न करवाया. मिश्राजी ने पूजन कर कुदाली मारी. पदाधिकारियों ने भी भूमिपूजन में सहर्ष सहभाग किया. उपरांत पूज्य प्रदीप जी तथा विधायक रवि राणा का आदर सत्कार किया. पूज्य पंडितजी का आशीर्वाद ग्रहण किया.
* कुंड यथावत रखने कहा
प्रदीप जी मिश्रा ने मंदिर को नाम के अनुरूप तपोभूमि निरुपित कर नवनिर्माण सावधानी से करने तथा कुंडा को यथावत रखने की सलाह ट्रस्टियों को दी. उन्होंने बताया कि यह स्थान अत्यंत पवित्र है. इसके पावित्र्य और पौराणिक महत्व का जतन आवश्यक है. ट्रस्टियों ने भव्य मंदिर निर्माण योजना की जानकारी पूज्य प्रदीपजी मिश्रा को दी. उससे वे प्रभावित नजर आए. लगभग आधा घंटा उन्होंने तपोवनेश्वर शिवालय और वहां के सिद्ध पुरुष सीताराम जी महाराज आदि के विषय में चाव से जानकारी प्राप्त की. सर्वश्री रामचंद्र गुप्ता, रवि पंजापी, श्रीकांत गुप्ता, अभिषेक पंजापी, प्रवीण सावले, विनय सिंगरे, राजेश आचलिया, महेश साहू, देवराव भोरे, सागर गुप्ता, ऋषि गुप्ता, ध्रुव पंजापी, सुनील साहू, रमेशलाल, मुकेश पंजापी, कविता पंजापी, संगीता गुप्ता, स्वीटी गुप्ता, प्रियंका गुप्ता, गौरव दहेले, अरुण पटेरिया, श्रेयस पटेरिया, लच्छू पवार, देवानंद राठोड, दिलीप ठाकरे, दीप रेड्डी, किशोर तावडे, विट्ठल पवार, संगीता साबले, अतुल ठक्कर, राजा गोवर, नितिन मोरे, मयंक पटेल, पंकज चूडासामा, अनीता साहू, ज्योती खडोले, उषा साहू, प्रवीण साहू आदि अनेक की उपस्थिति रही.