अमरावतीमहाराष्ट्र

चांदूर रेल्वे में दिनोंदिन बढती चोरी की वारदातों से दहशत

नागरिकों ने पुलिस स्टेशन पहुंचकर सेंधमारों को पकडने सौंपा ज्ञापन

चांदूर रेल्वे/दि.30 – शहर में मुख्य रूप से महालक्ष्मी नगर और सांताबाई यादव नगर क्षेत्रों में चोरी की घटनाओं में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. परंतु स्थानीय पुलिस प्रशासन चोरों का पता लगाने में विफल रहा है. बढ़ती चोरियों के कारण महालक्ष्मी नगर के नाराज नागरिक सोमवार, 28 अप्रैल की शाम को स्थानीय पुलिस स्टेशन पर जा धमके. संतप्त नागरिकों ने पुलिस प्रमुख को ज्ञापन सौंपकर घरों में सेंधमारी और छोटी-मोटी चोरियों की बढ़ती घटनाओं पर अंकुश लगाने की मांग की. चांदूर रेलवे शहर के इतिहास में यह पहली बार था कि, चोरों पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर नागरिकों का जत्था पुलिस थाने पहुंचा था.
उल्लेखनीय है कि चांदूर रेलवे शहर के महालक्ष्मी नगर क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों में चोरी की घटनाओं में काफी वृद्धि हुई है. इन घटनाओं से क्षेत्र के नागरिकों में भय का माहौल पैदा हो गया है तथा पुलिस सुरक्षा पर से उनका भरोसा डगमगा गया है. इसलिए थानेदार को ज्ञापन सौंपकर मांग की गई कि, महालक्ष्मी नगर क्षेत्र में नियमित व निरंतर पुलिस गश्त बढ़ाई जाए, मुख्य स्थानों व व्यस्त मार्गोेंं पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं, संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ कर उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जाए तथा नागरिकों में जागरूकता बढ़ाने के लिए पुलिस जागरूकता अभियान चलाया जाए. इसके साथ ही दो दिन पहले रवींद्र साबले के घर हुई दुस्साहसिक चोरी की घटना का तत्काल खुलासा किया जाए. इन मांगों पर सकारात्मक विचार कर जल्द से जल्द योग्य कार्रवाई की मांग नागरिकों ने की है.
ज्ञापन देते समय महालक्ष्मी नगर के धनराज हतनापुरे, रवीन्द्र साबले, अशोक दिवरे, किशोर बकाले, नरेंद्र गेडाम, अमोल वानखड़े, चन्द्रशेखर बकाले, दिलीप बागड़े, पंकज कठलकर, रवीन्द्र सूर्यवंशी, विजय जगताप, भास्कर लाडे, मयूर लांडे, लीलाधर मेश्राम, प्रवीण श्रीखंडे, रवि ढाकुलकर, महेश गुल्हाने, नीलेश बन्सोड, विवेक भगत, गजेंद्र देशमुख, श्यामसुंदर जगताप, कृष्णराव भटकर, अरुण वाघ, रवींद्र अर्डक, अतुल चौधरी, आशीष जोशी सहित अनेक लोग मौजूद थे. अब यह देखना दिलचस्प है कि इसके बाद क्या चांदूर रेलवे पुलिस प्रशासन चोरों को तलाश करने में सफलता हासिल कर पाता है या नहीं.

* पीएसआई ने स्वीकारा ज्ञापन
ज्ञापन देने वाले नागरिकों ने इस संबंध में पुलिस निरीक्षक अजय आकरे को मोबाइल फोन पर बताया कि, महालक्ष्मी नगर में बढ़ती सेंधमारी और चोरी की घटनाओं को देखते हुए वे पुलिस थाने में ठोस कार्रवाई करने की मांग को लेकर रात 9 बजे ज्ञापन देने आ रहे हैं. इसके पश्चात पुलिस इंस्पेक्टर अजय आकरे ने नागरिकों को 29 अप्रैल की सुबह 11 बजे आने के लिए कहा. चूंकि सभी नागरिक एक जगह एकत्र हो चुके थे इसलिए वे सभी रात 9 बजे के दौरान चांदूर रेलवे पुलिस स्टेशन पहुंचे. तब एक पुलिस अधिकारी ने नागरिकों से कहा कि, थानेदार साहब अमरावती के लिए निकल गए हैं, लेकिन ज्ञापन स्वीकार करने के लिए वापस आ रहे हैं. जब महालक्ष्मी नगर के के नागरिकों ने उनसे कहा कि वे सीधे सीधे थानेदार थानेदार आकरे को ही ज्ञापन देंगे. इस पर उन्हें बताया गया कि, थानेदार अभी एसपी साहब से वीडियो कॉल पर बात कर रहे हैं. ऐसे में सवाल उठा कि, पुलिस अधिकारियों द्वारा दिए गए बयानों में से किस बयान को सच माना जाए. हालांकि, पीएसआई सुयोग महापुरे ने ज्ञापन स्वीकार करते हुए कहा कि, थानेदार अजय आकरे ऑनलाइन वीडियो कॉल में व्यस्त हैं. नागरिकों में इस बात की नाराजगी है कि, थानेदार ने थाने में उपस्थित रहने के बावजूद व्यक्तिगत रूप से आकर ज्ञापन स्वीकार नहीं किया और न ही नागरिकों से कोई चर्चा की.

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