पानीपुरी व बर्फगोला कर रहे बच्चों को बीमार
खुले में रखे खाद्य पदार्थ खाने से फैल रही बीमारियां
अमरावती/दि.26 – इस समय तापमान 43 डिग्री सेल्सिअस के आसपास जा पहुंचा है. जिसकी वजह से कोल्ड ड्रिंग्स, रसवंती, आईस्क्रिम, बर्फगोला व जूस सेंटर आदि की दुकानों पर भीड-भाड बढने लगी है. विशेष तौर पर छोटे बच्चे बर्फगोला खाना सबसे ज्यादा पसंद कर रहे है. इसके साथ ही कई लोगबाग भेल पकोडी, चाट व पानीपुरी भी खाते है. परंतु इन सभी खाद्य पदार्थों में प्रयुक्त होने वाले दुषित पानी की वजह से गेस्ट्रो व टाईफाईड जैसी बीमारियां फैल रही है और इन दिनों इस तरह की बीमारियों से पीडित मरीजों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है. जिसके चलते खुले में रखकर बेचे जाने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करना टाला जाना चाहिए.
इन दिनों शालाओं में अवकाश रहने की वजह से सभी छोटे बच्चे छूट्टियों का आनंद ले रहे है. साथ ही गर्मी के मौसम दौरान छूट्टियों में बच्चों को बाहरी खाद्य पदार्थ, पानीपुरी, बर्फगोला जमकर पसंद आते है, लेकिन इन्हें बनाने में प्रयुक्त होने वाला पानी कितना साफ-सूथरा होता है, यह बताना काफी मुश्किल है. वहीं इन पदार्थों में प्रयुक्त होने वाले अशुद्ध पानी की वजह से गेस्ट्रो व टाईफाईड जैसी बीमारी होने का भी खतरा होता है. जिसके चलते छोटे बच्चों को बाहर के खाद्य पदार्थ देते समय वह उनके स्वास्थ्य के लिहाज से ठीक है अथवा नहीं, यह देखना अभिभावकों के लिए बेहद जरुरी होता है.
* इन दिनों दूषित अन्न व पानी की वजह से होने वाले टाईफाईड यानि विषमज्वर के मरीजों की संख्या जिले में काफी अधिक बढ गई है. जिसके लिए पानीपुरी व बर्फगोले में प्रयुक्त होने वाले अशुद्ध पानी को सबसे प्रमुख वजह माना जाता है. ऐसे में बेहद जरुरी है कि, रास्ते के किनारे खुले में बिकने वाले खाद्य पदार्थों सहित बर्फ से बनने वाले शीतपेयों का सेवन करना टाला जाए.