* 25 वर्षो में पहली बार होगी लोकसभा में निशानी
अमरावती/दि. 29– छपते-छपते मिली खबर के अनुसार महाविकास आघाडी के तीनों प्रमुख घटक दलों कांग्रेस-राकांपा-शरद पवार और शिवसेना उबाठा के बीच लोकसभा चुनाव का क्षेत्र बंटवारा हो गया है. जिसमें विदर्भ की अमरावती, अकोला, गोंदिया, भंडारा, चंद्रपुर, गडचिरोली और नागपुर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी चुनाव लडेगा. उसी प्रकार राकांपा को वर्धा सीट दी जा रही है. ऐसा होता है तो गत 25 वर्षो में पहली बार अमरावती संसदीय क्षेत्र की मतपत्रिका पर पंजा निशानी दिखाई पडेगी. मविआ में शिवसेना उबाठा 23, कांग्रेस 16 और शेष 9 स्थानों पर शरद पवार राकांपा के उमीदवार रहेंगे.
खबर में बताया गया कि, वंचित बहुजन आघाडी के लिए कांग्रेस अपने कोटे से एक सीट चुनाव लडने के लिए देगी. वह अकोला क्षेत्र हो सकता है. बुलढाणा और यवतमाल सहित रामटेक में शिवसेना उबाठा के उमीदवार मशाल लेकर मैदान में उतरेंगे. एक बात स्पष्ट हो गई कि, अमरावती का गढ उबाठा शिवसेना ने कांग्रेस के लिए छोड दिया है. याद दिला दे कि, 2019 के प्रतिष्ठापूर्ण चुनाव में शिवसेना के प्रत्याशी महज 35 हजार वोट से पीछे रह गए थे अन्यथा उसके पिछले 5 चुनाव शिवसेना उमीदवार यहां से दनदनाते हुए विजयी होकर दिल्ली पहुंचा था. शिवसेना उबाठा के हिस्से में मविआ में आई 23 सीटों में छत्रपति संभाजीनगर, परभणी, धाराशिव, जलगांव, मावल, शिर्डी, नाशिक, पालघर, ठाणे, रायगड, रत्नागिरी, कल्याण का समावेश है. कांग्रेस लातूर, नांदेड, जालना, धुलियां, नंदूरबार, पुणे, सोलापुर, सांगली सीटों से लडेगी. राकांपा के स्थानों में बारामती, शिरुर, बीड, दिंडोरी, रावेर, नगर, माढा, सातारा, वर्धा शामिल है.