अमरावती

लाखों की पापर्टी समाज को अर्पित

स्व. कुसुम गंगाधर कोपरकर की थी अंतिम इच्छा

अमरावती- / दि. 3 स्थानीय सबनिस प्लॉट निवासी प्रसिध्द कोपरकर घराने की सुकन्या स्व. कुसुम गंगाधर कोपरकर के स्मृति प्रित्यर्थ, उनकी अंतिम इच्छानुसार उनके द्वारा प्रावधान की गई निधि से 17 लाख की दानराशि डॉ. हेडगेवार हॉस्पिटल को प्रदान. की गई.
हॉस्पिटल के सेवाभाव को देखते हुए योग गुरु कोपरकर गुरुजी की बहन ने मृत्यु के पश्चात अपनी लाखों रुपयों की पूरी संपत्ति समाज के लिए अर्पित करके एक अनोखा आदर्श समाज के सम्मुख प्रस्तुत किया है. स्व. कुसुम कोपरकर की अंतिम इच्छानुसार उनकी बड़ी बहन मृदुला गजानन साठे ने पहल करते हुए कुसुमताई की अंतिम इच्छा पर अमल करते हुए डॉ हेडगेवार हॉस्पिटल को 17 लाख की राशि दान स्वरूप प्रदान की. स्व. कुसुम कोपरकर प्रसिध्द योग गुरु कोपरकर गुरूजी की बहन है. कुसुमताई ने संस्कृत में एमए प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण किया. सरस्वती का वरदहस्त प्राप्त कोपरकर घराना है. कुसुमताई की बहन उषा कुलकर्णी, भाई शरद कोपरकर (योग गुरु कोपरकर) और दत्तात्रय कोपरकर ये भी भाई प्रेम की अटूट डोर में बंधे हैं. कुसुमताई विद्वान, कलानिपुण तथा करुणामयी थीं. सिलाई, परोपकर, अध्यात्म में उनकी रुचि थी. कुसुमताई का हाल ही में निधन हुआ है. उनकी अंतिम इच्छा अनुसार उनके परिजनों ने पहल करते हुए हेडगेवार अस्पताल को यह दानराशि प्रदान की. डॉ. हेडगेवार अस्पताल के संस्थाध्यक्ष अजय श्रॉफ, सचिव गोविंद जोग तथा डॉ. हेडगेवार अस्पताल के प्रकल्प संचालक डॉ. यशोधन बोधनकर ने दानराशि का धनादेश स्वीकार किया. उन्होंने कुसुमताई को विनम्र अभिवादन किया. साथ ही कोपरकर परिवार के सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त किया.

कई जगह दिये दान
कुसुमताई की अंतिम इच्छा अनुसार उनके बंधु कोपरकर गुरुजी की स्नेहबंध रहने वाली समर्थ हाईस्कूल, हनुमान व्यायाम प्रसारर्ग मंडल के साथ-साथ वज्झर के शंकरबाबा पापलकर के सेवाभाव के कारण स्व. अंबादास पंत वैद्य दिव्यांग अनाथालय, गौशाला, बाल वाचनालय, नागपुर की कैन्सर ग्रस्त बच्चों की संस्था, अंबेजोगाई देवी मंदिर, गोयनका विद्यालय इन सभी संस्थाओं को कुसुमताई की इच्छा अनुसार दानराशि प्रदान की गई. कुसुमताई की इस इच्छा से उनका शैक्षणिक, सामाजिक व आध्यात्मिक लगाव स्पष्ट होता है.

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