परतवाडा के करोडपति व्यवसायी विजय गिडवानी ने लगाई फांसी
रेडिमेड कपडों व हार्डवेअर सहित प्रापर्टी का है बडा व्यवसाय
* बीती शाम हार्डवेअर शोरुम के भीतर लगाया फांसी का फंदा
* आत्महत्या करने की वजह अज्ञात, सुसाइड नोट में अपनी मर्जी की बात लिखी
* उपजिला अस्पताल में हुआ पोस्टमार्टम, अंतिम संस्कार में उमडे सभी व्यापारी
परतवाडा /दि.21- शहर के प्रमुख व्यापारिक क्षेत्र सदर बाजार स्थित गीतांजलि फैशन नामक रेडिमेड कपडों के शोरुम तथा संतोष नगर स्थित विजय मार्केटींग नामक हार्डवेअर प्रतिष्ठान के संचालक रहने वाले जुडवा शहर के प्रतिष्ठित व्यवसायी विजय गिडवानी ने बीती शाम अपने हार्डवेअर प्रतिष्ठान के भीतर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. विजय गिडवानी द्वारा उठाये गये इस आत्मघाती कदम की जानकारी मिलते ही समूचे शहर में अच्छा खासा हडकंप व्याप्त हो गया. वहीं पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पंचनामा करते हुए विजय गिडवानी के शव को पोस्टमार्टम हेतु उपजिला अस्पताल भिजवाया. जहां पर आज सुबह पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी होने के बाद शव को गिडवानी परिवार के हवाले किया गया. जिसके उपरान्त विजय गिडवानी के पार्थिव पर अंतिम संस्कार किया गया. इस समय जुडवा शहर के अनेकों व्यापारी व प्रतिष्ठित नागरिक उपस्थित थे. विजय गिडवानी द्वारा उठाये गये इस आत्मघाती कदम को लेकर स्पष्ट वजह फिलहाल ज्ञात नहीं हो पायी है. हालांकि पता चला है कि, पुलिस को मौके से विजय गिडवानी द्वारा लिखी गई सुसाइड नोट मिली है. जिसमें विजय गिडवानी ने अपनी मर्जी से आत्महत्या करने की बात कहते हुए अपनी मौत के लिए किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहराया है.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक अचलपुर नगरपालिका के भूतपूर्व भाजपा पार्षद मनोहर गिडवानी के बेटे विजय गिडवानी अपने परिवार के सदस्यों के साथ परतवाडा शहर में गितांजलि फैशन नामक रेडिमेड शोरुम व विजय मार्केटींग नामक हार्डवेअर प्रतिष्ठान का संचालन करने के साथ ही प्रॉपर्टी का भी व्यवसाय किया करते थे और जुडवा शहर के व्यापारी क्षेत्र में गिडवानी परिवार को काफी सफल व्यवसायी परिवारा माना जाता है. गत रोज गिडवानी परिवार के सभी सदस्य एक सगाई समारोह में शामिल होने हेतु बाहरगांव गये हुए थे. लेकिन विजय गिडवानी परतवाडा में ही रुके हुए थे और बीती शाम करीब 7 बजे के आसपास वे संतोष नगर स्थित विजय मार्केटींग नामक प्रतिष्ठान में अपनी दुकान के नौकर के साथ मौजूद थे. शाम 7.15 बजे के आसपास विजय गिडवानी ने अपने नौकर को चाय लाने के लिए भेजा. जिसके बाद विजय गिडवानी ने दुकान के शटर को आधा नीचे झुकाते हुए अपने काउंटर के ठीक उपर रहने वाले पंखे से सफेद रंग की नॉयलन रस्सी के जरिए फंदा बनाया और अपनी रिवॉल्विंग कुर्सी पर खडे रहकर अपने गले में फांसी का फंदा डाल लिया. जिसके बाद पांव से रिवॉल्विंग कुर्सी को धक्का देकर विजय गिडवानी फांसी के फंदे पर झुल गये. उधर जब दुकान का नौकर शाम 7.30 बजे के आसपास चाय लेकर दुकान पर वापिस पहुंच, तो दुकान का शटर आधा नीचे देखकर उसे बडा अजीब लगा. ऐसे में उसने अधखुले शटर के नीचे से ही दुकान के भीतर झांककर देखा, तो भीतर का नजारा देखकर बुरी तरह डर गया और सीधे परतवाडा पुलिस थाने पहुंचा. जहां पर उसने विजय गिडवानी द्वारा लगाई गई फांसी के बारे में जानकारी दी. साथ ही साथ विजय गिडवानी के कुछ रिश्तेदारों को भी फोन पर सूचित किया.
* पुलिस के आने से पहले ही फंदे से उतार लिया गया था शव
विजय मार्केटींग के नौकर द्वारा दी गई सूचना मिलते ही गिडवानी परिवार के कुछ करीबी रिश्तेदार तुरंत ही संतोष नगर स्थित विजय मार्केटींग पर पहुंच चुके थे. जिन्होंने दुकान के शटर को पूरा खोलते हुए इस आस में फंदे पर झुल रहे विजय गिडवानी को फंदे से नीचे उतारा कि, शायद उसके जिस्म में अब भी जान बची हो, इसी सोच के तहत विजय गिडवानी को तुरंत ही डॉ. कमल अग्रवाल के अस्पताल के ले जाया गया. लेकिन डॉक्टर ने प्राथमिक मुआयने के बाद ही विजय गिडवानी को मृत करार दे दिया. वहीं दसरी ओर इसी दौरान पुलिस का दल विजय मार्केटींग प्रतिष्ठान पर पहुंचा. जहां पर विजय गिडवानी का शव नहीं मिलने पर पुलिस ने तुरंत जानकारी हासिल करते हुए डॉ. कमल अग्रवाल के अस्पताल पहुंचकर विजय गिडवानी के शव को अपने कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम हेतु उपजिला अस्पताल के शवागार में भिजवाया. साथ ही विजय मार्केटींग के नौकर से पूछताछ करते हुए मौके का पंचनामा भी किया गया. परतवाडा पुलिस ने आकस्मिक मौत का मामला दर्ज करते हुए जांच शुरु कर दी है.
* आज सुबह पोस्टमार्टम पश्चात हुआ अंतिम संस्कार
अचलपुर के उपजिला अस्पताल में आज सुबह विजय गिडवानी के शव का पोस्टमार्टम करने के बाद शव को गिडवानी परिवार के सुपुर्द किया गया. पश्चात गिडवानी परिवार के निवासस्थान से विजय गिडवानी की अंतिम यात्रा निकाली गई और हिंदू मोक्षधाम में विजय गिडवानी के पार्थिव पर अंतिम संस्कार किये गये. इस समय परतवाडा व अचलपुर परिसर के सभी व्यापारियों सहित विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित नागरिक मौजूद थे.
* दिमागी स्तर पर थी कुछ समस्या, इलाज चल रहा था
इस बीच यह जानकारी भी सामने आयी है कि, विजय गिडवानी को विगत कुछ वर्षों से दिमागी स्तर पर कुछ समस्याएं थी और विगत 5-6 वर्ष से विजय गिडवानी का औषधोपचार भी चल रहा था. हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि, विजय गिडवानी किस बात को लेकर मानसिक तौर पर परेशान और विचलित थे तथा बेहद धनसंपन्न व खुशहाल परिवार से वास्ता रखने वाले विजय गिडवानी ने आखिरकार यह आत्मघाती कदम क्यों उठाया.