लोकतंत्र की मजबूती के लिए युवा मतदाताओं की भागीदारी जरूरी
राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में न्या. सचिन शिंदे का कथन
चांदुर रेलवे/दि.31– देश में लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए प्रत्येक नागरिक को अपने राष्ट्रीय कर्तव्य के प्रति जागरूक होकर मतदान प्रक्रिया में भाग लेना चाहिए. इस प्रक्रिया में युवाओं की भागीदारी बहुत महत्त्वपूर्ण है ऐसा संबोधन न्या. सचिन शिंदे ने किया.
विदर्भ यूथ वेलफफेयर सोसायटी, अमरावती द्वारा संचालित महिला कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय राजनीति विज्ञान विभाग एवं राष्ट्रीय सेवा योजना, चांदुर-रेलवे विधी सेवा समिति, 36-धामणगांव विधानसभा मतदार क्षेत्र के तालुका निर्वाचन अधिकारी द्वारा आयोजित 14 वें ’राष्ट्रीय मतदाता दिवस-2024’ के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में वह बोल रहे थे.
न्या. शिंदे ने आगे कहा कि, एक वोट की क़ीमत अमूल्य है. हमें उस राय के महत्त्व को पहचानने में सक्षम होना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि, हमें अपने प्रतिनिधियों को चुनते समय अपनी विवेक को जागृत कर मतदान करना चाहिए और देशहित में सही राजनीतिक नेतृत्व को अपनी ऊर्जा देनी चाहिए. इस अवसर पर उपविभागीय अधिकारी रवीन्द्र जोगी एवं तहसीलदार पूजा मातोड़े ने भी उपस्थित छात्राओं को चुनाव प्रक्रिया में ईवीएम के उपयोग के बारे में मार्गदर्शन दिया. कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अशोक पळवेकर इन्होने की उन्होंने भी अपने विचार व्यक्त किये.
प्रारंभ में राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर उपस्थित सभी लोगों को ’मतदाता शपथ’ दिलाई गई. इसके बाद महाविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. प्रदीप दंदे द्वारा प्रायोजित ’डेमोक्रेसी फफॉर मी-आय फफॉर डेमोक्रेसी’ इस घोषवाक्य के साथ मतदाता जागरूकता पोस्टर का विमोचन सचिन शिंदे, उपविभागीय अधिकारी रवीन्द्र जोगी, तहसीलदार पूजा मातोड़े तथा प्राचार्य डॉ. अशोक पलवेकर इनके हाथों किया गया. कार्यक्रम का प्रास्ताविक डॉ. प्रदीप दंदे ने किया, जबकि डॉ. अतुल वानखड़े ने संचलन और प्रा. रश्मी खेडकर द्वारा आभार व्यक्त किया गया.
राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम के बाद नायब तहसीलदार अजय बनारसे के मार्गदर्शन में रामेश्वर मालमकर और सतीश गोसावी ने उपस्थित छात्राओं को ‘ईवीएम के उपयोग का प्रात्यक्षिक’ दिया. इस समय प्रा. संजीव भुयार, डॉ. सीमा जगताप, डॉ. विजय कापसे, डॉ. प्रदीप दंदे, प्रा. अनिता धुर्वे, डॉ. अतुल वानखड़े, प्रा. नीलिमा थोरात, प्रा. रश्मी खेडकर, प्रा. मृणाली वानखड़े, प्रा. प्रियंका राऊत, प्रा. अश्विनी बुनकर, प्रा. नीलिमा टिचुकले एवं महाविद्यालय की छात्राएं बडी संख्या में उपस्थित थी.