अमरावती

कसानों के उत्सवों में उमंग से हों सहभागी

दलीपबाबू इंगोले का प्रतिपादन

जनता तंत्र विद्यालय में पोला
अमरावती -दि.27 किसानों के पर्व और उत्सवों में समय के साथ जोश कम नजर आ रहा है. किसानों को मजबूती प्रदान करने सर्जा-राजा का उत्सव उल्लास-उमंग से होने चाहिए. अधिकाधिक लोगों ने इसमें जोश के साथ सहभागी होना चाहिए, ऐसा आग्रह शिवाजी शिक्षा संस्था के कोषाध्यक्ष दिलीपबाबू इंगोले ने शुक्रवार को किया. वे रुरल इंस्टीट्यूट के प्रांगण में शिवाजी शिक्षा संस्था और जनता कृषि तंत्र विद्यालय के पोला त्यौहार व पुरस्कार वितरण में अध्यक्षीय उद्बोधन कर रहे थे.
मंच पर शिवाजी संस्था के सचिव शेषराव खाडे, नरेशचंद्र पाटील, स्विकृत सदस्य डॉ. अमोल महल्ले, कृषि महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. नंदकिशोर चिखले, रुरल इंस्टीट्यूट के प्राचार्य अमर घारफलकर, शिवाजी उद्यानविद्या महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. शशांक देशमुख, जैव तंत्रज्ञान महाविद्यालय की प्राचार्या दिपाली भारसाकले, पोला उत्सव समिति संयोजक और जनता कृषि तंत्र महाविद्यालय के प्राचार्य राजेश खाडे, डॉ. श्रीकांत पाटील उपस्थित थे.
पोला उत्सव में श्रेष्ठ बैल जोडियों को पुरस्कृत किया गया. प्रथम पुरस्कार रामरावजी मोहोड की स्मृति में धनंजय मोहोड ने दिया. जिसमें बैलजोडी को उपहार और बैलों का साज दिया गया. ऐसे ही डॉ. पी.वी. यावलकर, विजय नागोराव देशमुख, विलास काले की तरफ से 1 हजार रुपए और डॉ. निलिमा ठाकरे की तरफ से 501 रुपए का नगद पुरस्कार दिया गया. दूसरा पुरस्कार दौलतराव और शंकरराव उंबरकर की स्मृति में राजाभाउ उंबरकर की तरफ से शिल्ड, उपहार तथा बैलों का साज ऐसे ही अरविंद ठाकरे, सौरभ सुरेंद्र भुंबर की तरफ से नगद 1001 रुपए और संजय देशमुख की तरफ से 500 रुपए प्रदान किये गये. द्बितीय पुरस्कार रुरल इंस्टीट्यूट की तरफ से 1111 और बबन देशमुख द्बारा 500 रुपए दिये गये. बैलों का साज प्रत्येक बैलजोडी मालिक को टोपी-दुपट्टा और नारियल देकर सम्मानित किया गया.

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