अमरावती

सुपार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर में हर्षोल्लास से मनाया पर्युषण पर्व

अनेको ने 10 दिन तक उपवास किया

* सभी स्पर्धाओं के विजेताओं को पुरस्कार दिए गए
अमरावती/दि.04– श्री 1008 सुपार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर साई नगर में इस साल 19 सितंबर से 28 सितंबर तक सभी श्रावक-श्राविकाओं ने बडे ही हर्षोल्लास के साथ पर्वताधिराज पर्युषण पर्व मनाया. इन दस दिनों में सभी भक्तों ने अभिषेक, पूजन एवं विधान में बढ-चढकर हिस्सा लिया. मंदिर के विश्वस्त मंडल द्बारा इस वर्ष सभी अभिषेक, पूजन, विधि, विधान से एवं समय पर संपन्न होने हेतु एवं सभी वर्ग के भक्त को पुण्यलाभ मिलने हेतु किसी भी प्रकार की बोली न करते हुए सभी अभिषेक 500 रू एवं शांतिधारा की 1100 रू की राशि निश्चित की गई थी. दस दिनों में हर रोज शाम की आरती के पश्चात महिला मंडल द्बारा अनेक धार्मिक स्पर्धाओं का आयोजन किया गया था.इस स्पर्धा में छोटे-बडों ने उत्साह पूर्वक हिस्सा लिया. इस पर्युषण पर्व के दशधर्म में उत्तम क्षमा, मार्दव, आर्जव, सत्य, संयम, त्याग, तप, आंकिचन और ब्रम्हाचर्य धर्म पर रोज प्रत्येक धर्म का महत्व ज्ञानियों द्बारा समझाया गया. यह पर्व जैन धर्मियों के तप के लिए भी जाना जाता है. इस दस दिन में बहुत से श्रावकों ने निर्जल, सिर्फ जल लेकर, किसी ने फल लेकर, तो किसी ने एकासन कर उपवास किए. उपवास करनेवाले श्रावकों की अनुमोदना कर सम्मान किया गया. 29 सितंबर को मंदिर में पुण्यवाचन कर गत वर्ष में हुई गलतियों की एक -दूसरे से माफी मांग कर क्षमा याचना की गई.
आखिरी दिन सुबह अभिषेक कर शिखरजी विधान किया गया. विधान पश्चात 2023 से 2026 तक चुने गये नवनिर्वाचित विश्वस्त मंडल का समाज की ओर से विशेष सम्मान कर शुभकामनाएं दी गई. नई कार्यकारिणी में अध्यक्ष के रूप में विवेक फुलंबरकर, सचिव नरेश येलवणकर, कोषाध्यक्ष प्रमोद कुरूमकर,सहसचिव वर्षा काले एवं सदस्य के रूप में अर्चना झोपाटे, भूपाल माद्रम, डॉ. अतुल जैन का समाज की ओर से चयन किया गया.पुरानी कार्यकारिणी के अध्यक्ष रमेश रालेकर, कोषाध्यक्ष मिलिंद महाजन, सहसचिव सुदीप संगई, कस्तुरीवाला एवं सदस्या मनीषा बंड को कार्यगौरव पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया. तदोपरांत सभी स्पर्धा के विजेताओं को अतिथि द्बारा पुरस्कार एवं बक्षिस देकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम के अध्यक्ष के रूप में प्रकाश बोबडे, प्रमुख अतिथि के रूप में शशांक चौरे, राजेंद्र सावलकर उपस्थित थे. कार्यक्रम के मंच संचालन अर्चना झोपाटे ने आभार प्रदर्शन मंदिर के अध्यक्ष विवेक फुलंबरकर ने किया. कार्यक्रम के पश्चात उपस्थित सभी के लिए उत्तम शुध्द जैन वात्सल्य भोजन की व्यवस्था की गई थी. कार्यक्रम को यशस्वी बनाने के लिए प्राचीन परतवार, अमोल पापलकर, प्रशांत सव्वालाखे, विशाल लोखंडे, जितेंद्र बंड, नरेश येलवणकर, यश आगरकर, हेमंत बोरीकर, संतोष काले, भूपाल, माद्रप, नागेश खापरी, संकेत बन्नोर, विवेक फुलंबरकर द्बारा भरपूर सहयोग किया गया.

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