अमरावती

एक्सप्रेस-पैसेंजर शुरु न होने से यात्रियों को परेशानी

नागपुर इंटरसिटी, जबलपुर एक्सप्रेस शुरु करने की मांग

अमरावती/दि.8 – कोरोना का कारण बताकर रेलवे द्वारा बंद की गई अमरावती-जबलपुर एक्सप्रेस सहित अमरावती-नागपुर इंटरसिटी और पैसेंजर गाड़ियां अब तक पटरी पर नहीं आयी. इसका सर्वाधिक फटका सर्वसामान्य यात्रियों, विद्यार्थियों को बैठ रहा है.
12 नवंबर से कोरोना काल की गाड़ियों का विशेष दर्जा निकाला गया. फिर भी पैसेंजर व इंटरसिटी एक्सप्रेस शुरु करने बाबत रेल्वे मंत्रालय, रेल्वे बोर्ड टालमटोल कर रहा है. मध्य रेल्वे का महत्वपूर्ण जंक्शन बडनेरा एवं अमरावती रेल्वे स्थानक से कोरोना से पूर्व पैसेंजर व एक्सप्रेस मिलाकर 10 गाड़ियां अलग-अलग दिशा से छुटती थी. देश में कोरोना फैलते ही ये सभी गाड़ियां बंद की गई. पश्चात कोरोना संसर्ग कम होने पर कुछ गाड़ियों को विशेष गाड़ी का दर्जा देकर शुरु की गई. बाद में चरणबद्ध तरीके से 12 नवंबर 2021 को गाड़ियाेंं का विशेष दर्जा रद्द कर उन्हें पूर्ववत चलाने का निर्णय लिया गया. जिसके कारण यात्रियों का करीबन 30 प्रतिशत किराया बच गया. लेकिन गाड़ियों का विशेष दर्जा रद्द करते समय रेल्वे प्रशासन ने मेल, एक्सप्रेस गाड़ियों की जनरल डिब्बों की सुविधा बंद रखी. परिणामस्वरुप आरक्षण बिना यात्रा का मार्ग बंद हो गया. दूसरी ओर अमरावती से छुटने वाली पैसेंजर व एक्सप्रेस गाड़ियां अब भी पटरी पर नहीं उतरी है.
जिले से नागपुर व भुसावल तक पैसेंजर से यात्रा करने वालों की संख्या अधिक है. भुसावल, नागपुर, वर्धा पैसेंजर अब भी बंद ही है. अमरावती से जबलपुर वहीं नागपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस एवं पैसेंजर गाड़ियां शुरु करने के लिए जिले की सांसद, विधायकों द्वारा किए गए प्रयास कम होने की चर्चा है. फिलहाल सिर्फ अमरावती-वर्धा, बडनेरा-भुसावल मेमू यह दो ही गाड़ियां छोटे अंतर के यात्रियों के लिए उपलब्ध है. इन गाड़ियों में काफी भीड़ है. कोरोना काल में बंद की गई अमरावती-जबलपुर एक्सप्रेस नागपुर से जबलपुर तक चलाई जाते समय अमरावती तक क्यों नहीं लायी जा रही है, ऐसा सवाल यात्रियों ने किया है. यह गाड़ी तत्काल शुरु करने की मांग का निवेदन महानगर यात्री संघ की ओर से सांसद नवनीत राणा को दिया गया. यह एक्सप्रेस गोंदिया, बालाघाट मार्ग से दौड़ने पर यात्रियों का समय चार घंटे से कम हो सकेगा और यात्रियों को टिकट खर्च भी कम आयेगा, ऐसा निवेदन में कहा गया है.
फिलहाल नांदेड़-अमृतसर सचखंड एक्सप्रेस मनमाड-भुसावल मार्ग से दौड़ रही है. यह गाड़ी अकोला-नई अमरावती-नरखेड मार्ग से दौड़ने पर 182 किलोमीटर का फेरा बचेगा और यात्रियों की समय साढ़े तीन घंटे से कम होगा, इस ओर भी निवेदन से ध्यानाकर्षित किया गया है.

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