अमरावती/दि.23– जिले में इस समय किटकजन्य व जलजन्य बीमारियों का प्रसार बडी तेजी के साथ हो रहा है. साथ ही इन दिनों गणेशोत्सव के पर्व में हर ओर भीडभाड रहने के चलते बीमारियों बढने का खतरा और भी अधिक बढ गया है. ऐसे में लोगों ने भीडभाड वाले स्थानों पर जाना टालना चाहिए. साथ ही साथ किसी भी तरह की बीमारी का लक्षण दिखाई देने पर तुरंत ही डॉक्टर के पास जाकर अपनी स्वास्थ्य जांच करवानी चाहिए.
उल्लेखनीय है कि, जिले में विगत कुछ दिनों से वायरल फिवर के मरीज बढ गए है. जिनमें से अधिकांश मरीजों में डेंगू, मलेरिया व पीलिया जैसी बीमारियों के लक्षण दिखाई दे रहे है. ऐसे में सर्दी, खांसी व बुखार की तकलीफ होते ही प्रत्येक व्यक्ति ने तुरंत ही अस्पताल जाकर अपनी स्वास्थ्य जांच करवानी चाहिए और जरुरत पडने पर रक्त जांच भी करवा लेनी चाहिए. चूंकि इस समय 10 दिवसीय गणेशोत्सव चल रहा है और हर ओर अच्छी खासी भीडभाड है. जिसके चलते किटकजन्य व जिले में अब तक मलेरिया के 22, डेंगू के 99, पीलिया के 26 व गैस्ट्रो के 114 मरीज पाए जा चुके है. इस बात के मद्देनजर बेहद जरुरी हो गया है कि, किटकजन्य व जलजन्य बीमारियों से बचाव करने हेतु नागरिकों ने अपने घर एवं परिसर की अच्छे से साफ-सफाई करनी चाहिए, भीडभाड में जाना टालना चाहिए, घर से बाहर निकलते समय सतर्कता के उपाय के तौर पर चेहरे पर माक्स अथवा रुमाल का प्रयोग करना चाहिए. किसी भी खुले स्थान पर कचरा नहीं फेंकना चाहिए और मच्छरों की पैदावार न हो, इस हेतु कूलर एवं ड्रम में भरे पानी को प्रतिसप्ताह बदलना चाहिए.
* गणेशोत्सव में खतरा और बढा
गणेशोत्सव काल के दौरान शहर के व्यापारिक क्षेत्रों के साथ-साथ रिहायशी इलाकों में नागरिकों की अच्छी खासी भीडभाड बढ गई है. इस दौरान विविध साहित्य व वस्तु की खरीदी करने के साथ ही विभिन्न सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों में स्थापित गणेश प्रतिमाओं व झांकियों को देखने हेतु महिलाओं-पुरुषों व छोटे बच्चों की सार्वजनिक स्थानों एवं बाजार पेठों में अच्छी खासी भीडभाड दिखाई दे रही है. जिसके चलते संसर्गजन्य बीमारियों के फैलने का खतरा और अधिक बढ गया है.
* सावधानी व सतर्कता ही उपाय
– किटकजन्य व जलजन्य बीमारियों से बचाव करने हेतु कुछ छोटी-मोटी सावधानी व सतर्कता की ओर ध्यान दिया जाना बेहद जरुरी है. इसके तहत सबसे पहले तो अपने घर व आसपास के परिसर को साफ-सूथरा रखा जाना चाहिए.
– इसके अलावा भीडभाड में जाना टालना चाहिए और घर से बाहर निकलना व भीडभाड में जाना जरुरी रहने की स्थिति में चेहरे पर मास्क या रुमाल का प्रयोग करना चाहिए.
– इसके साथ ही घर के आसपास खुले स्थान पर कचरा नहीं फेकना चाहिए और मच्छरों की पैदावार न हो, इस बात को ध्यान में रखते हुए घर में रखे ड्रम व कूलर के पानी को हर हफ्ते बदल देना चाहिए.
* स्वास्थ्य विभाग है सतर्क
– मरीजों की बढती संख्या को ध्यान में रखते हुए समूचे जिले की सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए है.
– इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्बारा आम नागरिकों को भी किटकजन्य व जलजन्य बीमारियों से बचाव हेतु जागरुक किया जा रहा है.
* जिले में किटकजन्य व जलजन्य बीमारियों के मरीज बडी संख्या में पाए जा रहे है. जिसके चलते स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह से सतर्क है तथा सभी लोगों को इन बीमारियों से बचने हेतु सावधान व सतर्क किया जा रहा है. इसके बावजूद यदि किसी व्यक्ति में डेंगू , चिकनगुनिया, मलेरिया व पीलिया जैसी बीमारियों के लक्षण पाए जाते है, तो उसने तत्काल अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर अपनी स्वास्थ्य जांच करवानी चाहिए तथा बीमारी की पृष्टि हो जाने पर अपना इलाज करवाना चाहिए.
– डॉ. सुरेश आसोले,
जिला स्वास्थ्य अधिकारी.
* इन बीमारियों का संसर्ग बढा
– डेंगू के 99 मरीज
विगत कुछ माह के दौरान अमरावती जिले में डेंगू के 99 मरीज पाए गए. जिसके तहत शहरी क्षेत्र में 80 व ग्रामीण क्षेत्र में 19 मरीज पाए गए है.
– मलेरिया के 26 मरीज
जिले में मलेरिया के 26 मरीज पाए जाने की जानकारी दर्ज हुई है. जिसके तहत शहरी क्षेत्र में 4 व ग्रामीण क्षेत्र मेें 22 मरीज रहने की जानकारी सामने आयी है.
– पीलिया के 26 मरीज
विगत कुछ माह के दौरान जिले में संसर्गजन्य रोग तेजी से फैल रहे है. जिसके तहत अब तक पीलिया से पीडित 26 मरीज पाए जा चुके है.
– गेस्ट्रो के 114 मरीज
जिला परिषद के स्वास्थ्य विभाग द्बारा प्राप्त जानकारी के मुताबिक जिले में अब तक गेस्ट्रो के 114 मरीज पाए जा चुके है. इन आंकडों के मद्देनजर किटकजन्य व संसर्गजन्य बीमारियों को लेकर चिंता वाला वातावरण है.