प्रतिनिधि/दि.४
अमरावती – राज्य को ‘एक विद्यार्थी, एक वृक्ष‘ का मंत्र देने वाले अमरावती के आयुक्त षण्मुग नाथन द्बारा निकाला गया पैटन उत्तराखंड सरकार ने स्विकार किया है और आगामी शैक्षणिक सत्र से इसे लागु कर दिया जाएगा. उत्तराखंड विधानसभा का विधानसभा सत्र १ जुलाई से शुरु किया जाना था. कितु कोरोना प्रादुर्भाव के चलते इस सत्र को अब आगे कर दिया है. इस एतिहासिक घटनाक्रम की वजह से महाराष्ट्र के विशेषत: पश्चिम विदर्भ का नाम उत्तराखंड में सम्मान से लिया जा रहा है. जिले का डंका उत्तराखंड में बज रहा है. तमिलनाडू के मुल रहवासी पर्यावरण रक्षा के लिए पश्चिम विदर्भ में कार्यरत नाथन ने पैटन का पहला आदेश दिया था. जिसे विभागीय आयुक्त पियुष गोयल ने जारी किया था. पिछले वर्ष जून में यह आदेश जारी किया गया था. जिसमें अमरावती विभाग के पांच जिलाधिकारियों ने शिक्षण यंत्रणा अपनी भागिदारी की थी. आगामी काल में महाराष्ट्र राज्य के ६, प्रादेशिक विभाग अंतर्गत मुद्दों पर चर्चा की गई थी. जिसकी वजह से अमरावती के साथ नागपुर, नाशिक, कोकण औरंगाबाद व पुणे के विभागीय आयुक्त ने भी ‘एक विद्यार्थी, एक वृक्ष‘ का आदेश जारी कर वृक्ष को बढाने के कार्य में अपना योगदान दिया था. पर्यावरण समतोल रखने के लिए पेड लगाओ, पेड बचाओ इस संदेश को स्विकार करते हुए आदेश जारी किये गये थे. अपने परिवार को छोडकर दूर एकांत में जमिन को ही अपना सबकुछ मानकर आयुक्त नाथन ने शुरुआत की थी. फिलहाल में आकोला मुख्यालय में कार्यरत है.