मंडप डेकोरेशन कारागीरों पर भूखमरी की नौबत
कार्यक्रम न होने से व्यावसायिको की आर्थिक स्थिति गंभीर
अमरावती प्रतिनिधि/दि. १२ – कोरोना के कारण देशांतर्गत सभी व्यावसायिक आर्थिक अडचन में आ गये है. लॉकडाऊन घोषित होने के बाद सामाजिक, धार्मिक, वैवाहिक राजनीति आदि कार्यक्रम रद्द किए गये हैे जिसके कारण मंडप डेकोरेटर्स , फ्लॉवर डेकोरेटर्स, लाइट डेकोरेटर्स, बैंड, ढोल, डीजे, साऊंड सिस्टम, इवेंट मॅनेमेंट आदि सेवा देनेवाले व्यावसायिको पर भूखमरी की नौबत आ गई है.
केन्द्र सरकार के निर्देशानुसार,विवाह समारोह के लिए केवल ५० लोगों का उपस्थित रहना अनिवार्य है. इतनी कम संख्या में कार्यक्रम करने के लिए आयोजक सहमति दर्शाना असंभव है. जिसके कारण साधा खर्च भी नहीं निकलता. इसका ही परिणाम है कि व्यावसायिको का भी कामधंधा ठप्प पड़ गया है. जिसके कारण लाखों परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैे. इसलिए मंडप,सभागृह, लॉन कार्यालय की कुल आसन क्षमता की आधी आसन क्षमता को अनुमति दी गई है अथवा ऐसे कार्यक्रम के लिए ३०० लोगों की उपस्थिति के लिए तत्काल निर्णय लेने की मांग के लिए अमोल देशमुख, रवि देशमुख, नितीन देशमुख, गौतम आहुजा आदि व्यवसायिक लगातार प्रयास कर रहे है.
कोरोना के कारण शादी समारोह में उपस्थितों पर मर्यादा लगाई गई हैे. जिसके कारण नागरिक कम उपस्थितों की व्यवस्था के लिए छोटा हाल व सभागृहों को अधिक पसंती मिल रही है. मंगल कार्यालय का बिल लाखों से आने से नागरिक अब शादी समारोह के लिए होटल्स की ओर जाते हुए दिखाई देते है. इस दौरान शासन कुछ होटल्स, बार शुरू करने की अनुमति दे रही है. जिसके कारण कुछ हद तक इस व्यवसाय के अच्छे दिन आनेवाले है.
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लगभग ३०० लोगों की उपस्थिति की अनुमति दी जाए
डेकोरेटर्स, लाइट डेकोरेटर्स, बैंड, ढोल, डीजे, साऊंड सिस्टिम, इवेंट मॅनेजमेंट क्षेत्र से अनेक नवोदित व बेरोजगार युवको को रोजगार मिले है. लेकिन लॉकडाऊन के कराण शादी समारोह करने पर मर्यादा लगाई गई है. जिसके कारण सभी व्यवसाय ठप्प हो गये है. शासन शादी समारोह में लगभग ३०० लोगों को उपस्थित रहने की अनुमति दिए जाने से संबंधित व्यवसायिको का रोजगार का रास्ता खुल जायेगा.
अभिजीत लोखंडे,
तेलाई मंगल कार्यालय