
अमरावती /दि.18– कलचुरि राजवंश, इतिहास व पुरातत्व शोध समिति के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ शासन के सहयोग से कलचुरि राजवंश के इतिहास व पुरातत्व विषय पर बौद्धिक परिचर्चा/संगोष्ठी का दो दिवसीय आयोजन 22-23 मार्च 25 को कलचुरि राजवंश के गौरवशाली इतिहास की भूमि छत्तीसगढ़ के कटघोरा में किया जा रहा है. इसमें कलचुरि साहित्यकार और अखिल भारतीय जायसवाल सर्ववर्गीय महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष पवन नयन जायसवाल को आमंत्रित किया गया है. पिछले वर्ष भोपाल में आयोजित विचार संगोष्ठी में अखिल भारतीय हैहय कलचुरि महासभा ने पवन नयन जायसवाल को ‘कलचुरि भूषण’ से सम्मानित किया था.
यह आयोजन कलचुरि राजवंश की राजधानियों तुमान, रत्नपुर, खिल्लारी और रायपुर के साथ ही गढ़, मंदिर, शिलालेख, ताम्रपत्र, सिक्कों, निर्माणकला और तत्कालीन सामाजिक व्यवस्था पर शोधपरक जानकारियां से भारतवर्ष के बहुत बड़े भूभाग पर बारह सौ वर्षों तक शासन करनेवाले कलचुरि राजवंश एवं भारतीय इतिहास को प्रकाश में लाने और नई दिशा देने में सहायक सिद्ध होगा. ‘कलचुरि राजवंश’ यह विषय छत्तीसगढ़ शिक्षा विभाग के पाठ्यक्रम में और स्पर्धा परीक्षाओं में शामिल हैं.
छत्तीसगढ़ राज्य शासन के कैबिनेट मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, मध्यप्रदेश के ग्राम उद्योग विभाग मंत्री दिलीप जायसवाल और उत्तर प्रदेश के राज्य मंत्री रवीन्द्र जायसवाल इस समिति के संरक्षक और कलचुरि शोधकर्ता कौन्तेय जायसवाल अध्यक्ष हैं. इस आयोजन में देशभर से इतिहासकार, पुरातत्व सर्वेक्षक, शोधकर्ता, प्राध्यापक, शोध छात्र और जानकारों को आमंत्रित किया गया है.