कवियत्री रंजनी राठी ने लिया देहदान का संकल्प
पूरे परिवार ने भी देहदान किए जाने के इच्छा प्रकट की
अमरावती/ दि.9 – मानवीय संवेदनाओं को शब्दों मेें पिरोने वाली शहर की सुप्रसिद्ध कवियत्री रजनी राठी ने हरिना फाउंडेशन के माध्यम से मरणोपरांत देहदान का संकल्प लिया है. कवियत्री रजनी राठी ने अपने मन में आए देहदान के विचार को लेकर हरिना फाउंडेशन के उपाध्यक्ष चंद्रकांत पोपट से संर्पक किया. चंद्रकांत पोपट ने तुरंत ही देहदान समिति संयोजक कमलकिशोर मालानी से संपर्क कर संकल्प पत्र भरने की व्यवस्था की. अंबानगरी देहदान समिति के संयोजक किशोर मालानी पिछले दो सालों से जनजागृती के माध्यम से लगातार देहदान को लेकर प्रयास कर रहे है.
अंबानगरी देहदान समिति के संयोजक कमलकिशोर मालानी ने बताया कि हमारे पूर्वजों ने कहा है कि मानव सेवा तन, मन, धन से करनी चाहिए. जितेजी जब यह सेवा अंगीकार करते है तो मरणोपरांत इस नश्वर शरीर का उपयोग अनुसंधान हेतु देकर हम मानव जाती की सेवा ही करते है. पर रीतिरिवाजों में जकडी व्यवस्था अनुसार इसका निर्णय हमें हमारे जीवन काल में ही लेना चाहिए, तभी तो परिजन भी हमारी अंतिम इच्छा मानकर हमारे देह को वैज्ञानि दृष्टिकोण से समझकर अनुसंधान के लिए सौंप सकेंगे. बाहरी साधन, मुद्रा तथा साहित्य के दान से भी बढकर स्वयं का देह समर्पित कर देहदान का संकल्प करना अतिउच्च व उदाक्त भावानाओं की अनुभूति करने वाला दान होगा और हम तो और सौभाग्यशाली है कि अमरावती में कार्यरत मेडिकल कॉलेज होने से यहं संभव भी है.
वर्तमान में जिस वैश्वीक महामारी ने पूरे विश्व की स्वास्थ्य सेवाओं को चिंतित कर दिया है उसके परिपेक्ष में इस बात की सार्थकता और भी महत्वपूर्ण हो रही है. संयोजक मालानी के कथन के पश्चात उपस्थित रजनी राठी के परिवार ने भी देहदान की इच्छा प्रकट की. राठी परिवार के विनोद राठी, सीमा राठी, दीपक राठी, अशोक राठी इन सभी ने देहदान पर अपनी स्वीकृति प्रदान की. इस समय रंजनी राठी परिवार के सदस्य विनोद राठी, दीपक राठी, अशोक राठी, किरण राठी, चैतन्य राठी, रमेश परमार, देहदान समिति के संयोजक कमलकिशोर मालानी, चंद्रकात पोपट, सुरेश जैन, राजेंद्र वर्मा, मनीष सावला, घनश्याम वर्मा व अन्य मित्र परिवार के सदस्य उपस्थित थे.