अमरावती/दि. 12– महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण की तरफ से अमरावती व बडनेरा शहर को हो रही जलापूर्ति बंद करने की चेतावनी मनपा को दी हैं. मनपा के पास 135 करोड रुपए का बकाया रहने से तथा वसूली केवल 33.52 प्रतिशत रहने से वर्तमान स्थिती में योजना 4 करोड घाटे में रहने की बात कर मनपा द्वारा बकाया बिल की रकम न देने पर योजना के जरिए की जा रही जलापूर्ति बंद करने की चेतावनीभरा पत्र मजीप्रा ने मनपा को दिया हैं.
महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण के जरिए नलधारकों को हर माह पानी के बील दिए जाते हैं. मनपा की तरफ से ग्राहकों को सार्वजनिक नल के माध्यम से जलापूर्ति की जाती हैं. इसके अलावा शाला, मनपा अस्पताल, जोन कार्यालय के साथ ही अन्य आस्थापना को भी जलापूर्ति की जाती हैं. ग्राहकों से बील अदा समय पर नहीं होते. साथ ही मनपा की तरफ से ही नियमित बील अदा न होने से मनपा की तरफ 135 करोड रुपए बकाया हैं. इस संदर्भ में मनपा से मजीप्रा ने अनेक बार पत्रव्यवहार किया, लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई भी जवाब न मिलने से मजीप्रा के कार्यकारी अभियंता नितीन उपरेलू विशेष दल के साथ मनपा पहुंचे. मनपा द्वारा पानीपट्टी बील 2016 से अदा न किया रहने से सार्वजनिक नल और प्रशासकीय इमारतों को की जा रही जलापूर्ति बंद किए जाने की बात मजीप्रा अधिकारियों ने स्पष्ट की.
* 4 करोड की योजना घाटे में
अमरावती जलापूर्ति योजना 4 करोड रुपए घाटे में हैं. फरवरी और मार्च 2024 इन दो माह में योजना मुनाफे में लाने के लिए वसूली के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. इसके लिए विशेष दल गठीत किया गया हैं. जलापूर्ति बंद करना अंतिम उपाय हैं. इस कारण ग्राहकों को परेशान होना पडेगा. मजीप्रा व मनपा पर लोगों का रोष रहेगा. लेकिन मजीप्रा के पास दुसरा पर्याय न रहने से मनपा से तत्काल बकाया अदा करने की मांग हैं.
– नितीन उपरेलू, कार्यकारी अभियंता, मजीप्रा.