अमरावती/ दि. 2- गुटप्रवर्तकों को ठेका कर्मचारियों की तरह वेतन सुसूत्रीकरण में शामिल कर उनकी तरह वेतन दें. ऐसी मांग को लेकर आयटक संलग्नित आशा व गुटप्रवर्तक संगठना के पदाधिकारियों ने आज न्याय पाने के लिए सांसद नवनीत राणा के निवासस्थान पर मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान की शुरूआत से गुटप्रवर्तक स्वास्थ्य विभाग में अपनी सेवा दे रहे है. गुट प्रवर्तकों की नियुक्ति ठेका कर्मचारियों की तरह की गई है और पूरे समय कार्यक्षेत्र में काम करना पडता है. इसके बदले में केवल यात्रा भत्ता मिलता है. कोरोना काल में जान की परवाह न करते हुए काम करने के बाद भी गुट प्रवर्तकों को ठेका कर्मचारियों की तरह वेतन न देते हुए अन्याय किया गया. इसके खिलाफ उन्होंने राज्यव्यापी आंदोलन करने की चेतावनी ज्ञापन के माध्यम से दी. आंदोलन करने के बाद भी उन्हें न्याय नहीं दिया गया. उन्हें शासकीय सेवा में कायम करें तब तक वेतन सुसूत्रीकरण में स्वास्थ्य विभाग में शामिल कर. यात्रा भत्ता के अलावा कम से कम 26 हजार रूपए वेतन दे. सामाजिक सुरक्षा लागू करे जैसी विभिन्न मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा गया. इस समय संगठना के जिला सचिव प्रफुल्ल देशमुख, विद्या रामटेके, उज्वला चौकशी, आशा गायगोले, ललीता सहारे, ममता व्यवहारे, लक्ष्मी खंडारे, सारिका करवाडे, साधना राहुलकर, भारती कासार, योगिता गोरले समेत बडी संख्या में गुट प्रवर्तक उपस्थित थे.