अमरावती

पीडीएमसी की मिल्क बैंक बनी मासूमोंं की इम्युनिटी बुस्टर

5 वर्षो में 6500 माताओं ने दी सेवा

  • मध्य भारत की पहली बैंक का मिला दर्जा

अमरावती/दि.5 – मां का दूध पिया है…. तो यह कहावत काफी प्रचलित है जिसमें व्यक्ति की शरीरिक क्षमता का अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिस व्यक्ति ने मां का दूध पिया है उसके शरीरिक क्षमता और ताकत अन्य के मुकाबले अधिक होती है. बदलते दौर में भले ही प्रचलन बदल गया है. लेकिन मां के दूध की किमत वहीं है. कोरोना काल में इम्युनिटि का महत्व भी नागरिकों को समझ में आ रहा है. ऐसी विपरित परिस्थितियों में बाल अवस्था में मां के दूध से वंचित रहने वाले बच्चो को दूध प्राप्त हो इस उद्देश्य से रोटरी क्लब ऑफ अमरावती द्वारा करीब 5 वर्षो से पहले डॉ. पंजाबराव मेडिकल कॉलेज में मदर मिल्क बैंक का निर्माण किया गया था. इसकी आवश्यकता का अंदाज इस बात से लगाया जा सकता है कि इन 5 वर्षो में करीब साछे छह हजार माताओं द्वारा दान किए गए दूध से बच्चों को दूध पिलाया गया. ऐसे में सेंटर के इस सराहनिय कार्य का प्रेरणापुंज के संपादक अनिल मुणोत ने अवलोकर किया.
बदलते समय में किसी कारण कसे माता बीमार हो या उसकी मृत्यु हो जाए या अन्य किसी कारणों के चलते जब वह अपने बच्चें को दूध पिलाने के लिए सक्षम नहीं है. ऐसे समय में बच्चों को दूध उपलब्ध कराने का बिडा इस सेंटर के माध्यम से उठाया गया है. विभिन्न अस्पतालों को दूध दान के लिए प्रेरि किया जाता है. उनसे प्राप्त दूध उन बच्चों को पिलया जाता है. जो मां बच्चों को दूध पिलाने में सक्षम नहीं है. साधारण तौर पर बच्चे के जन्म समय से पहले होता है, या उम्र के हिसाब से बच्चे का वजन कम रहता है इस केंद्र पर जमा किया गया दूध तीन दिन बच्चों को नया जीवन देता है. इस केंद्र पर कार्यरत डॉक्टर तथा परिचारिका प्रसुती के लिए आई महिलाओं को दूध का महत्व समझा कर उन्हें दूध दान करने के लिए पे्ररित करते है. पश्चात मशीन के माध्यम से शुद्धता का ध्यान रखते हुए यह दूध संकलित किया जाता है. इस दूध को एक निश्चित तापमान पर रखा जाता है. पश्चात उसकी अलग-अलग जांच करने के बाद योग्य होने पर बालकों को दिया जाता है. इस संपुर्ण प्रक्रिया में पीडीएमसी का महत्वपूर्ण योगदान है.

मध्य भारत की पहली मिल्क बैंक

मध्य भारत में पहली बार अमरावती में इस मिल्क बैंक का निर्माण किया गया. जिसके बाद अब वर्धा, जलगांव, औरंगाबाद, नागपुर में भी मिल्क बैंक की स्थापना में अमरावती का विशेष योगदान रहा है. विशेषकर शिलांग में भी इस बैंक के निर्माण को लेकर यह प्रशिक्षण प्रक्रिया जारी होने की जानकारी रोटेरियान डॉ. राजेश बूब तथा पूर्व उपप्रांतपाल सुभाष यादव ने दी. इस केंद्र पर कार्यरत नर्सिंग स्टॉफ को हर माह उनके बेहतर कार्य के लिए रोटे, प्रशांत मोटा द्वारा भेट देकर पुरस्कृत किया जाता है. हाल ही में जेसीआई अमरावती क्लासिक के पूर्वाध्यक्ष अनिल मुणोत ने पीडीएमएमसी की मिल्क बैंक पहुंचकर स्थानीय सेवाधारियों को सम्मनित किया.

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