पीडीएमसी का ‘मदर्स मिल्क बैंक’ शिशुओं के लिए वरदान
अब तक 15 हजार माताओं ने किया दुध का दान

14 हजार बच्चो का हो रहा पालन- पोषन
अमरावती/दि.13– मां का दुध नवजात शिशुओं के लिए अमृत होता है. मां के दुध से बच्चो का पोषन होता है. लेकीन विडंबना है की जन्म लेने वाले 15 से 25 प्रतिशत बच्चो को मां का दुध नही मिल पाता मां के दुध से कोई भी बच्चा वंचित ना रहै इसके लिए पंजाबराव देशमुख स्मृति वैद्यकीय महाविद्यालय (पीडीएमसी ) में साल 2017 में मदर्स मिल्क बैंक की स्थापना की गई. मिल्क बैंक की स्थापना से अब तक 9 वर्षो मे 15हजार माताओं ने दुध का दान किया है. इस बैंक के कारण 14 हजार बच्चो को जीवन दान मिला है.
पीडीएमसी ने दुध संकलन बढाने के लिए घर तक आनेवाली वैन की व्यवस्था की है. साल 2017 मे 50 हजार लिटर दुध का संकलन किया गया था. जबकि पीछले वर्ष 2024 मे मिल्क बैंक ने 3लाख लिटर दुध का संकलन किया. अस्पताल के बाल संगोपन युनिट मे बेड की संख्या भी तीन गुनी हो गई है. यह प्रकल्प वर्तमान मे संपूर्ण स्तनपान व्यवस्थापन केंद्र के नाम से पहचाना जाता है. इस केंद्र मे केवल दुध दान ही नही बल्कि कांगारू मदर केयर प्रेरित स्तनपान जैसी अंन्य समस्याओ पर मार्गदर्शन की किया जाता है.
उल्लेख ने है. कुछ कारणो से मां तथा बच्चा अलग-अलग स्थान पर भरती रहते है. या दुर्भाग्य से मां का निधन हो जाता है ऐसे मे बच्चो को मां का दुध नही मिल पाता इसलिए ऐसे बच्चो को मां का दुध मिल सके इस उद्येश से अस्पताल में मदर्स मिल्क बैंक की स्थापना कि गई. इस उपक्रम को सराहा जा रहा है. दुध बैंक में स्तनपान कराने वाली महिलाओ का दुध ब्रेस्ट पंप की सहायता से उचित तापमान मे रखकर बच्चा ेको दान दीया जाता है.
साल निहाय दुध संकलन
साल दुध का संकलन
2023 159.760 मिली.
2022 158010 मिली
2021 102910 मिली
2020 510 16 मिली
2019 11760 मिली
2018 510 16 मिली
2017 89330 मिली