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सुपर स्पेशालीटी से भेजे गये 200 वॉयल
अमरावती/दि.15 – कोविड संक्रमित मरीजोें के इलाज हेतु आवश्यक व महत्वपूर्ण रेमडेसिविर इंजेक्शन की इस समय अमरावती शहर व जिले सहित समूचे राज्य में जबर्दस्त किल्लत पैदा हो गयी है. ऐसे में इस इंजेक्शन की कालाबाजारी शुरू होने का खतरा है. इस बात के मद्देनजर जिलाधीश नवाल द्वारा निजी अस्पतालों को अपने नियंत्रण के तहत पीडीएमसी अस्पताल से ही रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये है. जहां पर निजी अस्पतालों में भरती कोविड संक्रमित मरीजोें के परिजनों की लंबी-लंबी कतारें देखी जा रही है.
अचानक ही कोविड संक्रमित मरीजों की संख्या बढ जाने की वजह से रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग में भी भारी इजाफा हुआ है. ऐसे में पीडीएमसी अस्पताल में भी इस इंजेक्शन का स्टॉक गत रोज लगभग खत्म हो गया था. ऐसे में तुरंत ही सुपर स्पेशालीटी अस्पताल से रेमडेसिविर के 200 वॉयल पीडीएमसी को भेजे गये. बता दें कि, इस समय पूरे जिले में केवल सुपर कोविड हॉस्पिटल में ही रेमडेसिविर के 4 हजार वॉयल का स्टॉक उपलब्ध है. इस अस्पताल में अमरावती जिले के साथ-साथ अब अन्य जिलों के कोविड संक्रमित मरीज भी इलाज के लिए भरती हो रहे है. इस अस्पताल की बेड क्षमता 450 है. जिसमें से अधिकांश बेड पर मरीज भरती है और कई मरीजों को आयसीयू, ऑक्सिजन व वेंटिलेटर पर रखा गया है. ऐसे में यहां पर रेमडेसिविर इंजेक्शन का भरपुर स्टॉक उपलब्ध रहना बेहद जरूरी है. वहीं सुपर कोविड अस्पताल के अलावा जिले में 23 निजी कोविड अस्पताल है. जिन्हें रेमडेसिविर का स्टॉक उपलब्ध होने का इंतजार है. इन सभी अस्पतालों में भरती रहनेवाले मरीजों के लिए फिलहाल जिला प्रशासन के नियंत्रण में पीडीएमसी अस्पताल के जरिये रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध कराया जा रहा है. जिसके लिए सबसे पहले संबंधित मरीज के कोविड संक्रमित रहने के दस्तावेजों की जांच-पडताल की जाती है.
कब तक दूर होगी किल्लत, पता नहीं
इस संदर्भ में औषधी प्रशासन के निरीक्षक मनीष गोतमारे ने जानकारी देते हुए बताया कि, इस वक्त हर ओर रेमडेसिविर इंजेक्शन की जबर्दस्त किल्लत देखी जा रही है और मांग के अनुरूप इस इंजेक्शन का प्रॉडक्शन व सप्लाय नहीं हो पा रहा है. ऐसे में यह किल्लत कब तक दूर हो पायेगी, इसका अनुमान नहीं लगाया जा सकता.