मेलघाट में पहली बार दिखाई दिया मोर शराटी
पांच नदी परिसर में दिखाई देती है 245 पक्षियों की प्रजाति
परतवाडा/दि.10– मेलघाट के तापी, सिपना, गडगा, खापरा, खंडू, डोलार, वाण आदि नदियों पर 245 पक्षियों की प्रजाति रिकॉर्ड की गई है. पक्षियों की यह प्रजाति मेलघाट की नदियों पर अवलंबित है.
पक्षियों का यह पंजीयन श्री शिवाजी विज्ञान महाविद्यालय के प्राणिशास्त्र विभाग के प्रा. डॉ. गजानन वाघ के मार्गदर्शन में प्रतिक चौधरी ने किया है. सर्वेक्षण में लिए 245 पक्षियों की प्रजाति के रिकॉर्ड का खोज निबंध ‘बायोलॉजिकल रिसर्च कम्युनिकेशन’ जुलाई माह में प्रकाशित हुआ है. विशेष यानी सर्वेक्षण में मेलघाट के पक्षी सूची में शामिल न रहे मोर शराटी नामक पक्षी मेलघाट के गडगा और तापी नदी परिसर में पहली बार दिखाई दिया है. प्रतिक चौधरी पिछले दो साल से डॉ. गजानन वाघ के मार्गदर्शन में नदी टिटवी नामक इन पक्षियों की प्रजाति पर अभ्यास कर रहे है. तापी नदी यह नदी टिटवी नामक पक्षी के लिए महत्वपूर्ण अधिवास है. इस प्रजाति का विस्तार केवल मेलघाट के तापी नदी की बाढ पर ही मर्यादित है. तापी नदी पक्षियों के लिए जीवनवाहिनी साबित हो रही है.
* अनेक दुर्लभ पक्षी सर्वेक्षण में दर्ज
सर्वेक्षण में नदी टिटवी, बलाक चोच, धीवर, काली टोपी का धीवर, हरी तुतारी, बडा करवानक, मोर शराटी, काले सिर कार शराटी, श्रृंगी उल्लू, तपकिरी, मासे उल्लू, मलबार पाइड हार्नबिल, रानपिंगला, तुरेवाला सर्पगरुड, मोरघार, मलबार शील, नीली दूमका राघू, काला करकोचा आदि अनेक दुर्लभ पक्षी की प्रजाति दर्ज की गई है.