अमरावती

बेवजह लाइसेंस नूतनीकरण के नाम पर ठोका जा रहा है जुर्माना

कोरोना के कारण स्कूल बस चालकों को हुआ भारी नुकसान

* स्कूल बस की आयु मर्यादा 5 वर्ष से अधिक की जाए
* चालक-मालक विद्यार्थी यातायात संगठना की जिलाधिकारी से मांग
अमरावती/दि.24- कोरोना काल में स्कूल बस बंद होने के कारण स्कूल बस चालक-मालक की आर्थिक स्थिति काफी खराब हो चुकी है. अब जाकर जैसे-तैसे स्कूल शुरु हुए हैं. परन्तु परिवहन विभाग द्वारा लाइसेंस नवीनीकरण के नाम पर बेवजह जुर्माना ठोकते हुए अन्याय किया जा रहा है. इसी तरह स्कूल बस की आयु मर्यादा पांच वर्ष से अधिक बढ़ाकर दी जाये. जिससे स्कूल बस चालक-मालक अपनी पुरानी स्थिति में जल्दी आ पायेंगे. ऐसी मांग को लेकर चालक-मालक विद्यार्थी यातायात संगठना के पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा.
निवेदन में कहा गया कि कोरोना महामारी के कारण विगत दो वर्ष स्कूल गाड़ियां एक ही जगह पर खड़ी है, जिसके चलते स्कूल बस मालकों-चालकों का काफी नुकसान हुआ है व स्कूल बस की आयु मर्यादा भी जगह पर ही कम हो गई है. साथ ही परवाना नुतनीकरण पर हो रहे दंड को माफ करने व स्कूल बस की आयु मर्यादा 5 वर्ष बढ़ाने की मांग भगवे वादळ महाराष्ट्र राज्य चालक-मालक विद्यार्थी वाहतूक संगठना के संस्थापक अध्यक्ष अतुल खोंड ने की है.
निवेदन देने वालों में अतुल खोंड, विलास तोटे, शंकर बिजवे, रविन्द्र पंचगाम,खत्री,रामराव इंगोले,राजु पारडे, विनोद ठाकरे, योगेश बढ़ाई, यासिम खान, सचिन इंगले,संतोष यादव, एजाज खान, सुधीर केने,महेश कोलास,संतोष जाधव, निवृत्ति तिडके, दीपक रोंघे, धीरज शेटे, रणधिर यादव,अंकित मिश्रा,रणजीत शेटे,प्रकाश गडलिंग, अमोल बिसने,सुनील सोलंके,प्रदीप चौबे,अजय खंडारे,सुनील सोलंके, पी.ए. चौबे, अजय खंडारे आदि का समावेश है.

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