मधुमख्खियों के छत्तों को आग लगाने पर वसूला जायेगा जुर्माना
परतवाडा/ दि. 15-खेत परिसर या फिर घरों के आंगण में लगे मधुमख्खियों के छत्तों को कीटनाशक औषधियों से नष्ट किया जाता है तथा आग लगाकर छत्तों से शहद निकाला जाता है. ऐसा करते हुए दिखाई दिया तो तुरंत वन विभाग को जानकारी दें. वन विभाग द्बारा कार्यवाही कर जुर्माना वसूला जायेगा.
परागीकरण में महत्व की भूमिका
वनस्पति के परागीकरण में महत्व की भूमिका मधुमख्खियों की है. मधुमख्खियों की वजह से वनस्पति का परागीकरण होता है और उसके बाद वनस्पति फलती और फूलती है.
परागीकरण आवश्यक
हवा और पानी के चलते वनस्पतियों का परागकण उठ जाता है. जिसकी वजह से पराग कण वनस्ति की मादा पुनरूत्पादक हिस्से में स्थानांतरित होता है. अनेक वनस्पति को एक पेड से दूसरे पेड पर परागकण करने के लिए मधुमख्ख्यिों की आवश्यकता होती है.
जनजागृति की आवश्यकता
मधमुख्खी के छत्तों से शास्त्रोक्त पध्दति से शहर संकलन का प्रशिक्षण खादी ग्रामोद्योग के माध्यम से दिया जाता है. जिससे अवैध तरीके से मधमुख्खी के छत्ते नष्ट नहीं होंगे. मधमुख्खियों की वनस्पति का अस्तित्व आवश्यक है और यह एक रोजगार भी है. छत्तों में आग लगाने से वन संपत्ति, वन्यप्राणी व पेडों का भी नुकसान होता है. शहद संकलन को लेकर जनजागृति की आवश्यकता है.
प्रकृति अभ्यासक, परतवाडा