अमरावतीमहाराष्ट्र

साऊथ इंडियन दोसा व शेगांव कचोरी भा रही लोगों को

रोजादारों को खुश करने दुकानदार कर रहे रोज नए पकवान

अमरावती/दि.26– रमजान के चलते बाजार में रोजादारों को खुश करने के लिए शहर के बाजार में विभिन्न प्रकार के पकवानों की दुकानें सजी हुई है. जिसके चलते बाजार में वेज से लेकर नॉनवेज पकवान को लेकर लोगों में उत्सुकता भी देखी जा रही है. वही रमजान के महिने में रोजादारों की सेवा के लिए नाश्ता दुकान संचालकों व्दारा एक से बढ कर एक पकवान पेश किए जा रहे है. ऐसे ही शहर में ढलती शाम व अफ्तारी के समय रहते शेगांव व साऊथ इंडियन दोसा की दुकान पर लोगों की काफी भीड देखने को मिल रही है.
रमजान महिने में शहर भर में रौनक दिखाई पडती है. वही शहर के पूर्वी इलाकों से लेकर पश्चिम परिसर व साथ ही नजदीकी बडनेरा शहर में रमजान महिने की हर शाम को चौकों पर व मस्जिदों के सामने नाश्ता विक्रेताओं की दुकानों के सामने काफी भीड देखने को मिलती है. ऐसे ही शहर के वलगांव रोड पर रमजान के लिए विशेष तौर पर साऊथ इंडियन दोसा व ट्रांसपोर्ट नगर में शेगांव कचोरी के स्टॉल पर लोगों की काफी भीड देखने को मिल रही है. शेगाव की यही प्रसिद्ध कचोरी इन दिनों पवित्र रमजान के महीने में रोजेदारों की पसंद बनी हुई है, इफ्तार के वक्त बड़ी संख्या में रोज़ेदार इसका इस्तेमाल कर रहे हैं, शहर के पश्चिमी क्षेत्र में शेगांव कचोरी का स्पेशल स्टॉल लगाया गया है. जहां इफ्तार के वक्त खरीदारों की बड़ी भीड़ देखने को मिल रही है. शेगांव कचौरी दाल से भरी यह कचौड़ी, भरवां पूड़ी के मुकाबले सख्त होती है. पर उसके दूसरे खस्ता अवतार से काफी कम तेल और सोडा होता है. एक बार में आप 3-4 आराम से खा सकते है, वो भी बिना किसी परहेज के. इसे खाने के लिए साथ में सिर्फ तली हुई हरी मिर्च लगती है, कोई चटनी या रस्सा आवश्यक नहीं. इसलिए ये रोज़ेदारो की पसंद बनी हुई है. ऐसी जानकारी शेगांव कचौरी के संचालक मोहम्मद तौसीफ ने दी.

आईएसओ प्रमाणित शेगांव कचोरी
शेगांव कचोरी के विक्रेता मोहम्मद तौसीफ की माने वह पिछले 5 वर्षों से अमरावती में शेगांव कंचौरी सेंटर चला रहे हैं, लेकिन इस साल पवित्र रमजान में उन्होंने शेगांव कचोरी का स्टॉल लगाया है जहां इफ्तार के वक्त भारी भीड़ यह बताती है कि शेगांव कचोरी का स्वाद लोगों को कितना पसंद है, उन्होंने बताया कि ‘शेगांव कचोरी’, बनारस में मिलने वाली पूड़ी-कचौड़ी और इंदौर , ग्वालियर, अजमेर वगैरह में मिलने वाली खस्ता कचौड़ी के बीच का पदार्थ है. उनकी कचोरी आईएसओ 9000 प्रमाणित है. तो रोज़ेदार अन्य पकवानों के साथ हर इफ्तार मे उनकी कचोरी का स्वाद लेना नहीं भूलते और पवित्र रमजान में शेगाव कचोरी की मांग बड़ी मात्रा में बढी है.

साऊथ इंडियन दोसा में शुध्दता व प्रमाणिकता
साऊथ इंडियन पकवान के संचालक सैफुल्ला खान का कहना है कि हमारे स्टॉल पर साऊथ इंडियन, दोसा, मसाला दोसा, इडली, उतप्पा जैसे शुध्द आईटम ही मिलते है. जिसके लिए शुध्दता व प्रमाणिकता का खास ख्याल रखा जाता है. सुबह से ही इसे बनाने के लिए तैयारियां शुरू की जाती है. जिसमें शुध्द सामाग्री के मिश्रण को योग्य तरीके से तैयार किया जाता है. वही शाम को स्टॉल पर ग्राहक के सामने इसे तैयार कर उन्हें प्रस्तुत किया जाता है. हमारे पास से बने साऊथ इंडियन पकवान को लेने के लिए दुर-दुर से लोग आते है. वही यह पकवान खाने में हल्के व पाचक होते है, जिसके कारण लोग इसे ज्यादा बेहतर पसंद करते है. हमारी सेवा विगत 10 वर्षो से वलगांव रोड पर जारी है.

शहर में शेगांव कचोरी के अलावा वर्‍हाडी समोसा, सांभर वडी, शाही ढोकला, साबुदाना वडा, वेज कोफ्ता, गिला वडा, पालक पोहा, और अन्य महाराष्ट्रीयन डिशेस भी रोजादारों के लिए विशेष तौर पर उपलब्ध है. जिसके लिए स्टॉलो पर लोगों की काफी भीड देखी जा सकती है.

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