अमरावती

बडी मात्रा में मंगल कार्यालय रद्द करवा रहे लोग

केवल 40 लोगों में विवाह की अनुमति का झटका

  • बैंड व्यवसायी भी आर्थिक चपेट में

  • लगातार दूसरी बार सिजन जा रहा हाथ से

अमरावती/दि.15 – कोरोना महामारी के चलते मंगल कार्यालय व बैंड व्यवसायियों का यह दूसर सिजन हाथ से निकल जा रहा है. पिछले वर्ष 24 मार्च से लगा लॉकडाउन जून महिने में शिथिल हुआ, लेकिन अनलॉक ने काफी महिने तक मंगल कार्यालय को अनुमति बहाल नहीं की गई. दिसंबर महिने के बाद मंगल कार्यालय को अनुमति देने के साथ बैंड व्यवसायियों को भी सशर्त अनुमति बहाल की गई थी. इस वर्ष के जनवरी अंत तक कुछ विवाह समारोह मंगल कार्यालय में हुए, लेकिन अमरावती मनपा क्षेत्र और अचलपुर तहसील में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढते देख फिर विवाह समारोह के आयोजनों पर बंधन लाये गए. कभी एक विवाह समारोह में 100 लोगों की अनुमति थी. वह फिर से 20 पर आ गई और हर विवाह समारोह के मनपा और पुलिस की अनुमति लेना जरुरी किये जाने से हर मंगल कार्यालय पर प्रशासन की नजर थी. इस दौरान कुछ मंगल कार्यालयों को जुर्माना तो कुछ सिल ठोका गया. प्रशासन की सख्त कार्रवाई को देखते हुए अनेकों ने आयोजित विवाह समारोह आगे ढकेलकर मंगल कार्यालयों की बुकिंग रद्द करवाई तो अनेकों के घर नियोजित विवाह समारोह सीमित लोगों की उपस्थिति में घर पर ही उरकने पडे. इस कारण वर्तमान स्थिति में 100 से ज्यादा लोगों ने मंगल कार्यालय का बुकिंग रद्द कर दिया. वहीं विवाह समारोह में बैंड बाजे की अनुमति न रहने के कारण फिर एक बार बैंड व्यवसायियों पर बेरोजगारी की कुल्हाडी आन पडी है.
विशेष यह कि जब विवाह समारोह में 20 ही लोगों की उपस्थिति को अनुमति रहने से लोग मंगल कार्यालयों में आयोजन क्यों करे, क्योंकि 20 लोगों की व्यवस्था घर के सामने पंडाल डालकर भी की जा सकती है. इस उद्देश्य से बेकार में 1 लाख रुपए के करीब मंगल कार्यालय का खर्च बचाने के उद्देश्य से लोगों ने स्वयं होकर मंगल कार्यालय का बुकिंग रद्द करवाना शुरु कर दिया. इस तरह पिछला याने 2020 का विवाह का लगभग पूरा सिजन और इस वर्ष का आधे से ज्यादा सिजन मंगल कार्यालय संचालकों का खाली गया है.
उल्लेखनीय है कि जिलाधिकारी ने वैवाहिक कार्यक्रमों में कोई भी छूट नहीं थी. क्योंकि कुछ विवाह समारोह से ही कोरोना संक्रमण बढने का अंदाज था. इसलिए छोटे बडे मंगल कार्यालयों समेत लॉन में होने वाले सैंकडों विवाह समारोह रद्द हो गए.
मंगल कार्यालय व लॉन की बुकिंग विवाह की तारीख निश्चित होते ही दिवाली के पूर्व और बाद में अक्तूबर, नवंबर में की गई है. जिन लोगों के घर विवाह समारोह फरवरी से पहले थे वह मंगल कार्यालयों में निपट गए, लेकिन इस विवाह समारोह में भीड भी अच्छी थी. इसी दौरान कोरोना का संक्रमण बढते गया और इस बढते संक्रमण के लिए विवाह समारोह में होने वाली भीड, सोशल डिस्टेसिंग का उल्लंघन और मास्क के इस्तेमाल पर दुर्लक्ष यह कारण आगे करते हुए प्रशासन ने मंगल कार्यालयों ने विवाह समारोह पर फिर पाबंदी लायी. जिससे अनेक लोगों ने मंगल कार्यालयों का बुकिंग ही रद्द करवाया. न केवल मनपा क्षेत्र में बल्कि ग्रामीण परिसर में भी यही स्थिति है. पहले प्रशासन ने 25 लोगों की उपस्थिति में विवाह समारोह की इजाजत दी थी. बाद में उसे 20 लोगों तक सीमित कर दिया गया.

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