शासकीय योजना का लाभ नहीं उठा पा रहे धामणगांव के लोग
घंटो तक अधिकारी की राह देखने मजबूर हुए लोग
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सह निबंधक मुख्यालय से गायब, अकोला से करते आना-जाना
धामणगांव रेलवे/दि.18 – स्थानीय सह दुय्यम निबंधक कार्यालय में लगभग छह महिने पहले अकोला निवासी गजानन लाहोडे की बतौर अधिकारी नियुक्ति की गई है. नियम के अनुसार अधिकारी ने मुख्यालय में रहना जरुरी है, लेकिन गजानन लाहोडे का निवास अकोला में रहने के कारण वे रोज कार से आना-जाना करते हेै. जिससे वे शासकीय ड्युटी समय के 2 से 3 घंटा देरी से कार्यालय पहुंचते है और कभी नियोजित समय से एक घंटा पहले ही कार्यालय छोडते है, इस कारण खरीदी बिक्री संबंधित व्यवहार के लिए लोगों को घंटो तक कार्यालय में खडे रहना पडता है. विशेष यह कि 31 मार्च से पहले दस्त पंजीयन करने वाले लोगाेंं को मुद्रांक शुल्क में 4 प्रतिशत छुट की घोषणा सरकार ने की थी. इस कारण स्थानीय सह दुय्यम निबंधक कार्यालय में लोग दस्त पंजीयन के लिए भीड कर रहे है, लेकिन यहां के अधिकारी गजानन लाहोडे यह कभी 11 तो कभी 12 बजे कार्यालय पहुंचते है. हालांकि शासकीय समय सुबह 9.30 से 5.30 बजे तक निश्चित किया गया है. अधिकारी स्वयं देरी से आने के कारण शासकीय काम प्रलंबित रह जाते है. उल्लेखनीय है कि पहले धामणगांव रेलवे सह दुय्यम निबंधक कार्यालय का कार्यभार राठोड के पास था, लेकिन छह महिने पहले वे एन्टी करप्शन के जाल में फंस गए. उसके बाद यहां गजानन लाहोडे की नियुक्ति की गई थी.