महंगाई व बेरोजगारी से जनता त्रस्त
‘अब हो जाने दो चर्चा’ कार्यक्रम में शिवसेना उबाठा के जिला समन्वयक ज्ञानेश्वर धाने पाटिल ने राज्य व केंद्र सरकार की खोली पोल
अमरावती/दि.12– शिवसेना उद्धव बालासाहब ठाकरे पार्टी के अमरावती जिला समन्वयक व पूर्व विधायक ज्ञानेश्वर धाने पाटिल ने ‘अब हो जाने दो चर्चा’ कार्यक्रम के तहत जिले के 30 से 35 कार्यक्रम में उपस्थित रहकर राज्य व केंद्र सरकार की पोल खोली है. सरकार की गलत नीति के कारण सभी स्तर पर काफी महंगाई बढी है. महंगाई के कारण जनता परेशान है. सरकार की किसी भी योजना का लाभ कठिन शर्तो के कारण नागरिकों को नहीं हो रहा है, ऐसा भी उन्होंने इस चर्चा के दौरान कहा.
अमरावती शहर बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र के रविनगर चौक, साईनगर चौक, गोपालनगर चौक के अलावा नांदगांव खंडेश्वर, तिवसा, अचलपुर तहसील समेत जिले के ज्यादातर कार्यक्रमों में पूर्व विधायक ज्ञानेश्वर धाने पाटिल को बुलाया गया. जहां उपस्थित रहकर अपनी आक्रामक शैली में और अनुभव के आधार पर सरकार का झूठा चेहरा जनता के सामने लाने का प्रयास किया. अभी वह इन कार्यक्रमों में उपस्थित रहकर राज्य व केंद्र सरकार की पोल खोल रहे हैं. किसान, खेतिहर मजदूर, व्यापारी, कामगार, विद्यार्थी, गृहणी, सुशिक्षित बेरोजगार सरकार की गलत नीति के कारण दुविधा में आ गए हैं. यह बात धानेपाटिल ने अपने भाषण में लोगों को विस्तृत रुप से बताई. पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री रहते कर्जमुक्ति, शिवभोजन थाली और अनेक जनोपयोगी कार्यक्रम चलाए गए. कोरोना संकट का सामना कर उन्होंने एक नंबर के मुख्यमंत्री के रुप में सम्मान प्राप्त किया, ऐसा भी उन्होंने कहा.
अन्न, वस्त्र निवारा के लिए आवश्यक सभी वस्तुएं महंगी हो गई है. सीमेंट, लोहा, पेट्रोल, डीजल गैस भी लगातार महंगे होते जा रहे है, ऐसा होता हुए किसानों के कृषि माल को भाव नहीं मिल रहा है. जब भी उत्पादित माल बाजार में बिक्री के लिए आता है उस समय केंद्र सरकार बाहरी देशों से माल आयात कर किसानों के माल को भाव नहीं देती. शाला बंद कर शराब दुकानें बढाना यह एक तरह से गलत भी है और सरकार की जितनी निंदा करे उतनी कम है. नौकरभर्ती का निजीकरण कर सुशिक्षित बेरोजागरों को हमेशा के लिए सरकार बेरोजगार कर रही है. इस कारण जनता को सभी बातों का विचार कर उचित निर्णय लेने के लिए यह कार्यक्रम शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शुरु किया है, ऐसा भी पूर्व विधायक ज्ञानेश्वर धाने पाटिल ने कहा.