अमरावती

झुलसा देनेवाली गर्मी से जनता परेशान

दोपहर के वक्त सडको पर छा रहा सन्नाटा

* पारा 42 डिग्री सेल्सियस से पार हुआ
अमरावती/ दि. 18-सूरज भी आंखे दिखाने लगा है. सुबह 9 बजे से ही कडाके की धूप चूभन महसूस करा रही है. अप्रैल माह का तीसरा सप्ताह शुरू होते ही तापमान में जोरदार उछाल आया है. शरीर झुलसा देनेवाली भीषण गर्मी के कारण दोपहर के समय शहर की सडकों पर सन्नाटा छाने लगा है. अमरावती जिले का तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के पार हो चुका है. इस वर्ष की यह रिकार्ड गर्मी मानी जा रही है. चिलचिलाती धूप के कारण जिले के लोग लू की चपेट में आने लगे है. इन दिनों धूप में निकलते समय काफी सावधानी बरतने की आवश्यकता है, ऐसा तज्ञों ने व्यक्त किया है.
मई माह शुरू होने को अभी 12 दिन बकाया है. मई माह में भीषण गर्मी होती है. परंतु इस बार अप्रैल माह से ही भारी तपन महसूस हो रही है. 16 अप्रैल के मुकाबले कल सोमवार कोे अधिकतम तापमान 1.30 डिग्री सेल्सियस से उछाल मारा है. जिसके कारण घर, दुकान, कार्यालय में पंखे, कूलर, एसी के बगैर रहना मुश्किल हो गया है. आज मंगलवार के दिन भी गर्मी की दाहकता इस कदर है कि दोपहर के बाद चारों और वीरानी छाई रही. फिलहाल पवित्र रमजान माह शुरू है. ईद की खरीदी के लिए बाजार में भीड उमड रही है. लेकिन बढती गर्मी से व्यापार पर भारी असर पडा है. इसी वजह से नागरिक सुबह के वक्त और सूरज ढलने के बाद खरीदी करने घर से बाहर निकल रहे है. केवल अमरावती जिला ही नहीं बल्कि विदर्भ के सभी 11 जिलों में भीषण तपन बढ चुकी है. सरकारी मौसम विभाग के अनुसार 43.2 डिग्री सेल्सियस पर चंद्रपुर और 43.1 डिग्री सेल्सियस पर ब्रम्हपुरी का तापमान रहने से यह दोनों जिले विदर्भ में सबसे रिकार्ड तोड गर्म है. गोंदिया जिले का पारा 42.8, वर्धा जिला 42.5, अकोला 42.1, गडचिरोली 40.0, नागपुर 40.9, वाशिम 41.4, यवतमाल 41.5, अमरावती 41.8 इस तरह अमरावती समेत पूरा विदर्भ गर्मी की तपन में झूलस रहा है.

* 19 से 21 तक तूफान के साथ बारिश
आगामी 19 से 21 अप्रैल के बीच अमरावती जिले के कुछ स्थानों पर हलकी बारिश होगी. कुछ स्थानों पर बिजली की गडगडाहट के साथ आंधी तूफान और बारिश के संकेत है. आंधी तूफान की गति 30 से 40 किमी प्रति घंटा रहेगी. नागपुर के प्रादेशिक मौसम केंद्र तथा जिला स्तरीय मूल्यवर्धित संभावनाओं के अनुसार यह अनुमान लगाया गया है.

* किसानों को सावधान रहने की जरूरत
स्थानीय दुर्गापुर स्थित कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ शास्त्रज्ञ डॉ. के.पी. सिंह के अनुसार मौसम बारिश के अनुमान को देखते हुए किसानों को परिपक्व हो चुकी फसल जल्द से जल्द निकाल लेने का आवाहन किया गया है. तरबूज-खरबूज तोडकर सुरक्षित रखे, प्याज की तोलाई करने, कृषि उपज बाजार समिति के नीचे खुले में रखे अनाज को ताडपत्री में सुरक्षित कर लिया जाए. साथ ही कडकडाती बिजली के साथ होनेवाली बारिश के वक्त खेत में काम करने वाले किसान और मजदूर सावधान रहे. 19 से 21 अप्रैल के बीच मवेशियों को खुले में चलाने से बचे. किसानों से मौसम पर आधारित कृषि सलाह और पूर्व अनुमान के लिए मेघदूत मोबाइल एप व मेघ गर्जना तथा बिजली के अनुमान के लिए कामिनी अ‍ॅप का उपयोग करने का आवाहन मौसम विभाग तज्ञ ए.पी. सिंह, डॉ. सचिन मुंडे, कु. बी.जी. पोहरे ने किया है.

 

 

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