अमरावती

बियाणी महाविद्यालय में यूजीसी अभ्यासक्रम को अनुमति

३० अक्तूबर तक विद्यार्थियों को दिया जाएगा प्रवेश

अमरावती प्रतिनिधि/दि.१२ – विद्यापीठ अनुदान आयोग (UGC) नई दिल्ली ने ब्रजलाल बियाणी विज्ञान महाविद्यालय को बी.वोक (सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट) तथा एम. वोक (पब्लिक हेल्थ मैनेजमेंट) इन दो रोजगारक्षम पाठ्यक्रम साल २०२०-२१ से शुरु किये जाएगे. ३० अक्तूबर तक विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम में प्रवेश दिया जाएगा. स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में एम. वोक पाठ्यक्रम शुरु करने वाला ब्रजलाल बिहाणी महाविद्यालय पहला कॉलेज है. भौगदौड भरी जींदगी में स्वास्थ्य का ध्यान रखना जरुरी है. फिलहाल कोरोना से पूरा देश लड रहा है. जनसंख्या के मुकाबले अस्पताल, मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल, स्वास्थ्य कर्मियों की संख्या काफी कम है. अस्पताल में अत्याधुनिक मशीनरी, कुशल स्टाफ की जरुरत है. इसे ध्यान में रखते हुए यूजीसी ने रोजगारक्षम पाठ्यक्रम शुरु करने की महाविद्यालयों को अनुमति प्रदान की है. यूजीसी के सहयोग से २०११-१२ में ब्रजलाल बियाणी महाविद्यालय ने बायोमेडिकल इलेक्ट्रानिक्स पाठ्यक्रम शुरु किया थे. इसमें अस्पताल के विविध मशीनरी को ऑपरेट करना, उनकी दुरुस्ती का काम सिखाया जा रहा है. बियाणी महाविद्यालय २०१८ से यूजीसी के सहयोग व अनुदान की बदौलत बी.वोक (मेडिकल इक्वीपमेंट टेकनिक्स एंड मैनेजमेंट) यह पाठ्यक्रम चला रही है. जिसमें छात्रों को प्रमाणपत्र, डिप्लोमा, डिग्री दी जाती है. साथ ही उन्हें बडे अस्पतालों में प्रत्यक्ष काम करने की टे्रनिंग दी जाती है. विशेषज्ञों का मार्गदर्शन प्राप्त होता है. यूजीसी के सहयोग से अब २०२०-२१ में एम. वोक (पब्लिक हेल्थ मैनेजमेंट) इस स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम की शुरुआत की जा रही है. जिसमें ४० विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा. विद्यार्थियों को सैनिटरी हेल्थ, हेल्थ मैनेजमेंट, वर्क ऑफ मैनेजर आदि सिखाया जाएगा. इस पाठ्यक्रम को पूरा करने वाले विद्यार्थियों को शत-प्रतिशत रोजगार की गांरटी होगी. जिसमें प्रोजेक्ट को-ऑर्डीनेटर, हेल्थ केयर मैनेजर, डाटा कलेक्शन फॉर रिसर्च, हेल्थ इन्फॉरमेशन मैनेजर, हेल्थ केयर मैनेजर इन पब्लिक एंड प्रायवेट सेक्टर आदि पदों पर काम करने का मौका मिलेगा. जो छात्र एम. वोक में प्रवेश लेना चाहते है उन्हें बी. वोक, पोस्ट ग्रेज्यूएट डिप्लोमा इन बायोमेडिकल इलेक्ट्रिॉनिक्स, लाईफ सायन्स में डिग्री, सोशल सायन्स, सोशल वर्क, स्टैटिस्टिक्स आदि विषयों में डिग्री प्राप्त करना अनिवार्य होगा. महाविद्यालय में बी.वोक (मेडिकल इक्वीपमेंट) का पाठ्यक्रम पहले से ही पढाया जा रहा है. अब बी. वोक के सॉफ्टवेयर डेव्हलमेंट पाठ्यक्रम की इस वर्ष की शुरुआत की जा रही है. इस पाठ्यक्रम में अप्लीकेशन, फे्रमवर्क, अन्य सॉफ्टवेयर पार्ट तैयार , देखभाल, डिजाईन तैयार करना , प्रोग्रामिंग, जांच, दोष निवारण प्रक्रिया पूर्ण करना जैसी चीजें सिखाई जाएगी. बी. वोक (सॉफ्टवेअर डेवलपमेंट) यह पाठ्यक्रम १२ वी में विज्ञान शाखा मेें उत्तीर्ण छात्र प्रवेश ले सकते है. तीन साल के कोर्स में पहले साल दो सेमिस्टर, इस प्रकार तीन साल में ६ सेमिस्टर होंगे.

Related Articles

Back to top button