* लॉकडाउन के बाद कर्फ्यू को बताया बडा नुकसान
अमरावती/दि.16- अभी हाल-फिलहाल कोविड संक्रमण का खतरा कम होने के बाद हम सभी को लॉकडाउन से छूट मिली और जैसे-तैसे आम जनजीवन पटरी पर लौट रहा है. लेकिन अब विगत दिनों शहर में जातीय तनाव के चलते हुई हिंसक वारदातों के चलते कर्फ्यू लगाये जाने की वजह से शहर सहित जिले का व्यापार ठप्प हो गया है, जो अपने आप में काफी नुकसानदेह है. इससे आर्थिक क्षेत्र की कमर टूट जायेगी. अत: प्रशासन को चाहिए कि शहर के हालात और लोगों की जरूरत को देखते हुए केवल रात्रिकालीन कर्फ्यू लागू रखा जाये तथा शाम 5 बजे तक सभी तरह के व्यापार-व्यवसाय को खुलने की अनुमति दी जाये. इस आशय का प्रतिपादन महानगर चेंबर के अध्यक्ष सुरेश जैन द्वारा किया गया.
दैनिक अमरावती मंडल से विशेष तौर पर बातचीत करते हुए महानगर चेंबर के अध्यक्ष सुरेश जैन ने बताया कि, एक दिन के लिए भी व्यापार-व्यवसाय बंद रहने की वजह से लाखों-करोडों रूपयों का नुकसान होता है. विगत डेढ वर्ष के दौरान लॉकडाउन के चलते हम हजारों-करोडों रूपयों का नुकसान उठा चुके है. वहीं अब बंद व मोर्चे के नाम पर व्यापारियों को नाहक ही निशाना बनाया जा रहा है. साथ ही ऐसे मौके पर व्यापारी दोहरी मार का सामना करते है. एक ओर तो व्यापार बंद रहने के चलते उनका नुकसान होता ही है, साथ ही बंद के दौरान दुकानों में तोडफोड व आगजनी की घटनाओं से भी व्यापारियों का नुकसान किया जाता है. साथ ही साथ आम नागरिकों को भी अपनी जरूरत का सामान प्राप्त करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पडता है. सुरेश जैन के मुताबिक कर्फ्यू के चलते ट्रान्सपोर्ट पूरी तरह से बंद है और जगह-जगह पर व्यापारियों का माल अटका पडा है. इसी तरह इंटरनेट बंद होने के चलते ऑनलाईन पेमेंट व नेट बैंकिंग के व्यवहार नहीं हो पा रहे. ऐसे में पूरा कामकाज ठप्प पडा हुआ है. वहीं प्रशासन द्वारा फिलहाल दोपहर में केवल दो घंटे की कर्फ्यू में ढील दी गई है, जो काफी असुविधाजनक है. चूंकि अब शहर सहित जिले में हालात काफी हद तक नियंत्रित हो गये है. अत: प्रशासन ने कर्फ्यू में ढील को बढाते हुए सुबह 7-8 बजे से शाम 5 बजे तक शहर में सभी बाजारों को खुला रखना चाहिए तथा आवश्यकता के अनुसार शाम 7 से सुबह 7 बजे तक रात्रिकालीन कर्फ्यू लागू करना चाहिए, ताकि शहर में माहौल नियंत्रित रहे. साथ ही साथ महानगर चेंबर के अध्यक्ष सुरेश जैन से सभी शहरवासियों से आपसी भाईचारा और सामाजिक सौहार्द बनाये रखने का आवाहन करते हुए कहा कि, झगडे-फसाद वाली स्थिति से किसी को कुछ भी हासिल नहीं होना है. अत: पुरानी बातों को भुलाकर सभी ने एक नई शुरूआत करनी चाहिए.