मंदिर व धार्मिक स्थलों को शुरु करने की अनुमति दी जाए
धर्म जागरण समन्वय संस्कृति विभाग की मुख्यमंत्री से मांग
धामणगांव रेलवे प्रतिनिधि/दि.३– सभी समाज के श्रद्धास्थल मंदिर व धार्मिक स्थल तत्काल भाविकों के लिए खोले जाए, ऐसी मांग धर्म जागरण समन्वय संस्कृति विभाग विदर्भ प्रान्त की ओर से राज्य के मुख्यमंत्री से की गई है. शहर के सभी मंदिरों के ट्रस्टी व भागवताचार्य किशोर शास्त्री शर्मा के नेतृत्व में इस आशय का निवेदन तहसीलदार को सौंपा गया. निवेदन में कहा गया है कि मंदिर व धार्मिक स्थल समाज का मनोबल बढाते है और समाज को संकट से लडने के लिए प्रेरणा देते है. कोरोना की पाश्र्वभूमि पर बंद किए गए धार्मिक स्थलों व मंदिरों से अपना जीवन निर्वाह करने वाले अनेक परिवारों पर आर्थिक संकट छा गया है. उनके उदर निर्वाह का विचार कर राज्य के सभी धार्मिक स्थल व मंदिर पूर्ववत शुरु किए जाए ऐसा निवेदन में कहा गया.
इस समय श्री स्वामी समर्थ केंद्र, मरोती देवस्थान, मरीमाता मंदिर, श्रीमाताजी मंदिर, श्री सिद्धविनायक मंदिर, श्री साई सेवा प्रतिष्ठान, तुलर्जाभवानी संस्थान, गजानन महाराज संस्थान, गुरुनानक देवस्थान, श्रीलक्ष्मीनारायण मंदिर, श्री बालाजी मंदिर, खाटूश्याम मंदिर, जैन श्वेतांबर मंदिर, शिव मंदिर, शनी मंदिर के विश्वस्त ट्रस्टी चंदू पाटील, श्रीकांत देशपांडे, रामेश्वर पनपालिया, पप्पू शर्मा, विलास कडू, प्रकाश पनपालिया, गोंविद मानकर, पुंडलिक मेश्राम, सुरेश पोल, विजय नानवानी, अशोक बुधलानी, चंद्रशेखर राठी, विजय प्रकाश भैय्या, विनय अग्रवाल, शरद अग्रवाल, प्रवीण बंग, विजय तातेड, हितेश गोरिया उपस्थित थे.