व्याख्यान के नाम पर व्यक्तिगत एजेंडा स्वीकार्य नहीं
‘उस’ विवाद को लेकर बोले सांसद अनिल बोंडे
अमरावती/दि.22 – छत्रपति शिवाजी महाराज तथा राजमाता जिजाउ मां साहब के बारे में कुछ भी उटपटांग बोलकर अगर कोई अलग-अलग जातियो में तनाव व संघर्ष पैदा करने का प्रयास करता है साथ ही खुद को शिव व्याख्याता कहलवाते हुए राजमाता जिजाउ व छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में कल्पना शक्ति से परे रहने वाली बाते कहता है, तो इसका निश्चित ही विरोध किया जाना चाहिए. इसी विचार से मैने शिवजयंती वाले दिन हो रही गलत बयानबाजी का विरोध किया था और भाषण करने वाले व्यक्ति को बीच में टोका था. इस आशय का प्रतिपादन राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल बोेंडे द्बारा किया गया.
विगत रविवार को शिव जयंती के अवसर पर शिवटेकडी परिसर में आयोजित शिव व्याख्यान में संभाजी ब्रिगेड के तुषार उमाले व सांसद अनिल बोंडे के बीच उस समय शाब्दीक विवाद हुआ था. जब सांसद बोंडे ने उमाले का भाषण जारी रहते समय उन्हें बीच में टोका था. इससे संबंधित वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था. ऐसे में पूरे मामले को लेकर अपनी भूमिका सामने रखने हेतु सांसद अनिल बोंडे, ने कहा कि, शिव जयंती वाले दिन अपना एजेंडा चलाने का अवसर नहीं रहता. उस दिन शिव व्याख्याता द्बारा मां जिजाउ व छत्रपति शिवाजी महाराज को लेकर बेहद काल्पनिक व विवादास्पद बात कहीं जा रही थी. यहीं वजह थी कि, उन्होंने उस वक्ता को बीच में टोका और तथ्यों पर आधारित बात कहने हेतु कहा. साथ ही इसके पश्चात जब उसी व्यक्ति ने तथ्यों पर आधारित शानदार भाषण दिया, तो उन्होंने उस भाषण पर तालिया भी बजाई.